रा.इ.का.खैरना में बायोडायवर्सिटी वाल का हुआ लोकार्पण
स्काउट गाइड द्वारा पर्यावरण संरक्षण म़े योगदान देते हुए जैव विविधता संरक्षण के प्रयासों से विद्यार्थियों को सक्रियता से जोड़ने के प्रयासों के तहत इन्नोवेटिव स्काउट ओपन ग्रुप व यूथ एण्ड इको क्लब द्वारा रा. इ.का. खैरना में तितली उद्यान की रचनात्मक शुरुआत की गयी.
विप्रो अर्थियन सस्टेनेबिलिटी कार्यक्रम के तहत पर्वतीय विकास व पर्यावरण संरक्षण को समर्पित संस्था चिनार के मार्गदर्शन में एक सादे समारोह में रा.इ.का. खैरना में निर्मित बायोडायवर्सिटी वाल का लोकार्पण किया गया.
इस अवसर पर चिनार संस्था के प्रतिनिधियों के रूप में पक्षी विशेषज्ञ घनश्याम पाण्डे, तितली विशेषज्ञ अजय पाण्डे, तकनीकी सहयोगी पवन कुमार, रा.इ.का. खैरना के प्रभारी प्रधानाचार्य वी.के.वर्मा, इको क्लब प्रभारी हेम चन्द्र चबडाल, इन्नोवेटिव स्काउट ग्रुप व यूथ क्लब के संस्थापक डा० हिमांशु पाण्डे, पूर्व प्रधानाचार्य एम.पी. यादव, बाल सखा प्रकोष्ठ प्रभारी घनश्याम जोशी, वर्चुअल लैब प्रभारी सचिन जोशी, संस्कार कला साहित्य एवम सांस्कृतिक क्लब के सलाहकार प्रफुल्ल मठपाल, कार्यालय सहायक दिनेश चन्द्र, भोजनमाता कमला रावत आदि द्वारा प्रतिभाग किया गया.
कार्यक्रम संयोजक के रूप में डा० हिमांशु पाण्डे ने बताया कि तितलियों को जैव विविधता के एक मुख्य घटक के रूप में जाना जाता है, एवम स्थानीय स्तर पर परागण क्रिया में तितलियों की मुख्य भूमिका है। अतः जैव विविधता संरक्षण हेतु विद्यार्थियों को रचनात्मक प्रयासों के माध्यम से जानकारी भी दी जा सकेगी व एक डेटा बेस भी तैयार किया जा सकेगा. तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में अजय पाण्डे व घनश्याम पाण्डे द्वारा स्ट्राइप्ड टाइगर, लैमन इमीग्रैंट, हिल सर्जियेंट, कामन मोरमौन, कामन जैजीबेल आदि तितलियों के बारे में रोचक जानकारियां प्रदान कीं.