नैनीताल जिले में प्रथम चरण में फ्रन्टलाइन वाॅरियर्स स्वास्थ्य कर्मियों को दी जायेगी वैक्सीन की डोज़ ।

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भीमताल/नैनीताल – गुजरे रोज जिले में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की देर रात आमद हो चुकी है। वैक्सीन को मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा कोल्ड चैन में सुरक्षित कर दिया गया है। केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार 16 जनवरी दिन शनिवार से स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। प्रथम चरण में फ्रन्टलाइन वाॅरियर्स स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की डोज़ दी जायेगी। जिलाधिकारी श्री सविन बंसल के दिशा निर्देशों के क्रम मं स्वास्थ्य महकमे के कर्मियों को वैक्सीन लगाने का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शुक्रवार को द्वितीय चरण का प्रशिक्षण शीतल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशालय सभागार भीमताल में सम्पन्न हुआ।

इस प्रशिक्षण में बेतालघाट, धारी, रामगढ़, ओखलकाण्डा, भीमताल क्षेत्रों हेतु तैनात वैक्सीनेशन कार्मिको एवं अतिरिक्त वैक्सीनेशन आॅफीसरों तथा डाटा एन्ट्री आॅपरेटरों को उप जिलाधिकारी विनोद कुमार तथा एसीएमओ डाॅ.रश्मि पन्त ने आॅडियों विजुअल के माध्यम से सैद्धान्ति एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया। प्र्रशिक्षणदाताओं ने दो तरफा संवाद कायम कर प्रशिक्षण हासिल करने वाले लोगों के सवालों के जवाब दिये। शुक्रवार को आयोजित प्रशिक्षण में 76 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।


अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.रश्मि पन्त ने प्रशिक्षण देते हुए बताया कि सभी रूम मानकों के अनुसार बनाये जायेंगे जिसमें तीन कक्ष होंगे, पहला कक्ष टीका लगवाने वालों के लिए वेटिंग कक्ष, दूसरा कक्ष टीकाकरण के लिए एवं तीसरा कक्ष टीकाकरण के पश्चात 30 मिनट तक लाभार्थी की निगरानी के लिए होगा। कक्षों में सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का भी पूर्ण अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाये। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान कार्मिकों को वैक्सीन एवं वैक्सीनेशन की तकनीकि जानकारियाॅ देते हुए कहा कि टीकाकरण केंद्र पर समुचित मात्रा में सैनिटाइजर, मास्क आदि की व्यवस्था रखी जायेगी ताकि लाभार्थियों एवं कर्मियों के द्वारा सेनीटाइजर का उपयोग किया जा सके। साथ ही कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए साफ-सफाई का पूर्ण रूप से ध्यान देते हुए निर्गत प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित किया जाए। टीकाकरण के पश्चात लाभार्थी को किसी प्रकार की परेशानी के प्रबंध के लिए सेंटरों पर एनाफलीसिस किट एवं एईएफआई किट की पर्याप्त संख्या में उपलब्ध रहेगी। टीकाकरण केन्द्रों पर कोविड टीकाकरण के उपरान्त जनित जैव चिकित्सा अपशिष्टों के प्रबंधन(बायो वेस्ट मैनेजमेंट) के लिए हेतु कलर कोडेड बैग्स पर्याप्त मात्र में उपलब्ध रहेगी।वेटिंग तथा ऑब्जर्वेशन रूम में पर्याप्त संख्या में बेड एवं कुर्सी की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। वैक्सीनेशन सेंटरों पर कोविड सम्बन्धी बैनर पोस्टर का प्रदर्शन एवं साज-सज्जा सामग्रियों का समुचित प्रबंध अनिवार्य रूप से किया जायेगा।
डाॅ.रश्मि ने बताया कि किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण हों, गर्भवती महिलाओं व स्तनपान कराने वाली महिलाओं आदिऐंसे व्यक्तियों को किसी भी दशा में वैक्सीन नहीं लगायी जायेगी। एक वायल दस लोगो को लगायी जानी है। प्रत्येक व्यक्ति को 0.5 एमएल डोज़ लगायी जायेगी। वैक्सीन बेशकीमती है होने के कारण वायल को आवकश्कता पड़ने पर ही खोला जाये।
डाॅ.पन्त ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए सभी चयनित स्थलों का नियुक्त नोडल अधिकारियों द्वारा अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कोविड का टीका सभी प्रमाणित वैक्सीन प्रक्रियाओं से गुजरने का बाद ही स्वीकृत की गयी है और पूर्णतया सुरक्षित है। चरणवार तरीके से इसे सभी को उपलब्ध कराने की सरकार की योजना है।
प्रशिक्षण में उप जिलाधिकारी श्री विनोद कुमार ने कहा कि सभी कार्मिक प्रशिक्षण को गंभीरता से लें और प्रशिक्षण में दी जा रही सभी जानकारियों को भलि भाॅति समझे ताकि वैक्सीनेशन के समय किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। कोई भी गलती क्षम्य नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि 18 जनवरी को प्रातः 11 बजे से मेडिकल काॅलेज सभागार हल्द्वानी में अतिरिक्त् वैक्सीनेशन आॅफीसरों व डाटा एन्ट्री आॅपरेटरों को तथा अपरान्ह 3 बजे से सर्किट हाउस काठगोदाम में जोनल मजिस्ट्रेटों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।
गौरतल है कि 16 जनवरी को प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को जनपद में तीन स्थानों महिला चिकित्सालय हल्द्वानी, मेडिकल काॅलेज हल्द्वानी, बीडी पाण्डे महिला चिकित्सालय नैनीताल में कोविड वैक्सीनेशन किया जायेगा।प्रशिक्षण कार्यक्रम में परियोजना निदेशक अजय सिंह, सहायक निदेशक अल्प बचत अखिलेश शुक्ला, डाॅ.अनुराधा आदि उपस्थित थे।

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