आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत हमारी बेटी , हमारा अभिमान का एक दिवसीय शैक्षिक एवं सांस्कृतिक जन जागरूकता भ्रमण का किया सफल आयोजन
हमारी बेटी , हमारा अभिमान’- राजकीय महाविद्यालय भत्रोजखान ,अल्मोड़ा ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत हमारी बेटी , हमारा अभिमान तथा सेल्फी विद डॉटर नामक एक दिवसीय शैक्षिक एवं सांस्कृतिक जन जागरूकता भ्रमण का किया सफल आयोजन
आज विश्व साक्षरता दिवस एवं आज़ादी का अमृत महोत्सव के सुअवसर पर राजकीय महाविद्यालय भत्रोजखान ,अल्मोड़ा द्वारा हमारी बेटी , हमारा अभिमान नामक एक दिवसीय शैक्षिक एवं सांस्कृतिक जन जागरूकता भ्रमण अभियान निकटतम ग्राम भात्रोज में आयोजित किया गया। यहां यह स्पष्ट करना चाहेंगे कि भत्रोज ग्राम को हमारे महाविद्यालय द्वारा गोद लिया गया है जिसमे उसके उत्तरोत्तर उन्नत विकास के लिए हमारा राजकीय महाविद्यालय भत्रोजखान प्रयासरत रहा है।
इस कार्यक्रम का सफल आयोजन संरक्षक प्रो सीमा श्रीवास्तव के मार्गदशन में एवं कुशल नेतृत्व डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह ,प्रभारी प्राचार्य, डॉ केतकी तारा कुमैय्यां आज़ादी का अमृत महोत्सव , कार्यक्रम प्रभारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम समन्वय समिति सदस्य डॉ रूपा यादव, डॉ रवीन्द्र कुमार, डॉ पूनम की भी महत्पूर्ण भूमिका रही।
डॉ केतकी तारा कुमैय्यां , कार्यक्रम प्रभारी,आज़ादी का अमृत महोत्सव , के अनुसार सभी प्रतिभागि छात्र छात्राओं ने ग्राम भत्रोज में एक सर्वेक्षण किया जहा उन्होंने स्थानीय परिवारों की बेटियों एवं महिलाओं के शैक्षिक स्तर की जानकारी ली तथा उन्हें शिक्षा एवं महिला अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम भात्रोज में अधिकतर लड़कियां शिक्षित है तथा विवाह पश्चात भी अपनी शिक्षा दीक्षा सुचारू रूप से लेती रही है। साथ में वहा सेल्फी विद डॉटर भी ली गई जो की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का एक सशक्त जागरूकता माध्यम है।
इसी कड़ी में उसी क्षेत्र से आमंत्रित मुख्य वक्ता श्री प्रमोद भट्ट जो कि वर्तमान में मर्चेट नेवी में अपनी सेवाएं दे रहे है ने विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास पर जोर देते हुए एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए महाविद्यालय के प्रयासों में समर्थन देने की बात भी रखी।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में बी ए तृतीय वर्ष की छात्रा रूपा पंत को ग्राम भत्रोज में महाविद्यालय प्रतिनिधि घोषित किया गया और साथ ही ग्राम विकास हेतु निशुल्क शिक्षा , निशुल्क पुस्तक दान , वाचनालय निर्माण , कौशल एवं व्यक्तित्व विकास प्रयास का संकल्प लिया गया जिस पर अतिशीघ्र कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। साथ ही लड़कियों को सम्मानित करने हेतु एक अभियान प्रारंभ किया गया जिसमे बेटियों की नेमप्लेट घरों के मुख्यद्वार पर लगाई गई जैसे ‘मनीषा निवास’ एवं ‘दीक्षा निवास’ ताकि बालिकाओं को एक गरिमामय स्थान प्राप्त हो सके।
कार्यक्रम के अंत में सर्वेक्षण रिपोर्ट की समीक्षा की गई , संचालन डॉ रूपा द्वारा किया गया वही धन्यवाद ज्ञापन डॉ रवीन्द्र कुमार द्वारा किया गया।