पुनीत सागर अभियान (विश्व प्लास्टिक मुक्त दिवस व बैन सिंगल यूज प्लास्टिक)
विश्व प्लास्टिक मुक्त दिवस व बैन सिंगल यूज प्लास्टिक के अवसर पर 04 जुलाई 2023 को 05 यूके नेवल यूनिट एनसीसी, नैनीताल के तत्वावधान में पुनीत सागर अभियान के अन्तर्गत नैनीताल झील व उसके आसपास सफाई कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
पुनीत सागर अभियान के अन्तर्गत 25 एनसीसी कैडेट्स व अधिकारियों द्वारा तहत नैनी झील और नैना देवी मंदिर के आसपास की सफाई की गई। इसके अन्तर्गत नैनी झील व आसपास से कचरा एकत्र कर निस्तारित किया गया। इस अवसर पर स्वच्छ भारत अभियान के बाद स्वच्छता पर जन जागरूकता के लिए रैली आयोजित की गई जिमसें कैडेट्स द्वारा पोस्टर के माध्यम से स्थानीय जनता व पर्यटकों को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने हेतु जागरूक करने का प्रयास किया। इस अवसर पर कैडेट्स ने भोटिया माला बाजार तथा तिब्बती मार्केट मे व्यापारियों कों कागज तथा बाइओडिग्रेड्डबल थैले वितरित किए गए।
इस अवसर पर कमांडिंग ऑफिसर 05 यूके नेवल यूनिट एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन चंद्र विजय नेगी ने कैडेट्स को सम्बोधित करते हुए कहा प्लास्टिक एक तकनीकी उत्पाद है जिसका आविष्कार 20वीं शताब्दी में हुआ था और यह विश्व भर में विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। लेकिन, हमारी प्लास्टिक उत्पादना और उपभोग में इतनी वृद्धि हुई है कि यह अब एक भयंकर समस्या बन गया है। प्लास्टिक के अधिक से अधिक उपयोग से, यह पृथ्वी के पर्यावरण के लिए एक खतरा बन गया है। कैप्टन चंद्र विजय नेगी ने कहा प्लास्टिक की एक सामान्य परिकल्पना होती है कि यह एक अच्छा उत्पाद है, क्योंकि यह लाइटवेट, धातु और कागज़ से तनावशील है, और इसका उपयोग भोजन से लेकर विनिर्माण तक कई क्षेत्रों में होता है। हालांकि, इसे नस्ट होने में सौ साल या उससे भी अधिक का समय लगता है। यह उत्पादन में उच्च मात्रा में उपयोग होने के कारण, प्लास्टिक के टुकड़े और अवशेष अधिकतर भूमि में मिल जाते हैं, जिससे प्राकृतिक और सामाजिक पर्यावरण में नुकसान पहुंचता है। इस परिस्थिति में, हमें एक सकारात्मक बदलाव की आवश्यकता है और विश्व प्लास्टिक मुक्त दिवस का मतलब है यही कि हमें अब प्लास्टिक के साथ बदलाव करने का समय है।
इस अवसर पर पुनीत सागर अभियान के अंतर्गत एनसीसी कैडेट्स द्वारा झीलों सहित में मौजूद प्लास्टिक तथा अन्य कचरे को साफ किया गया तथा नैनी झील कों साफ रखने के महत्व के बारे में स्थानीय आबादी के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी। इस कार्यक्रम में इस कार्यक्रम में 01 अधिकारी, 01 एएनओ, 03 पीआई स्टाफ और डीसबी परिसर के 25 नेवल कैडेट्स शामिल रहे।