सामाजिक संदेश का बेहतरीन माध्यम हैं नाटक- प्रो. गिरीश रंजन तिवारी
सामाजिक संदेश का बेहतरीन माध्यम हैं नाटकः प्रो. गिरीश रंजन तिवारी
पत्रकारिता विभाग में एक माह की नाट्य कार्यशाला प्रारम्भ
कुमाऊं विश्वविद्यालय के नैनीताल स्थित डीएसबी स्थित के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में विक्टोरियस थियेटर व नांदी थियेटर मुंबई की ओर से एक माह की अभिनय तथा नाट्य कार्यशाला प्रारम्भ की गई। इस कार्यशाला में नाट्य कला के जानकारों द्वारा विद्यार्थियों को अभिनय की बारीकियां सिखाई जाएंगी और चुनिंदा नाटक तैयार कर उनका मंचन भी किया जायगा।
कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. गिरीश रंजन तिवारी ने कार्यशाला के उद्देश्य और उसके
महत्व की जानकारी देते हुए कहा कि नाटक समाज को संदेश देने की कला के साथ ही मीडिया कर्मियों के लिए अभिव्यक्ति के तौर तरीके सीखने का एक माध्यम भी है।
कार्यशाला का संचालन करते हुए मास्टर आफ थियेटर व एक्टिंग कोच संजय पंडित ने बताया कि कार्यशाला में प्रतिभागियों को अभिनय सिखाने के साथ ही उससे जुड़े
अन्य विषयों की जानकारी दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में मोहन राकेश द्वारा लिखित व स्वयं उनके साथ सह निर्देशिका बबली विश्वकर्मा द्वारा निर्देशित नाटक लहरों के राजहंस व शहादत हसन मंटो के अफसाने समेत कई अन्य नाटकों के बारे में बताया जाएगा। बताया कि कार्यशाला के समापन अवसर पर इन नाटकों का मंचन भी प्रतिभागियों द्वारा ही किया जाएगा। इस मौके पर शोधार्थी किशन, विभागीय कर्मी चंदन समेत कई विद्यार्थी और प्रतिभागी मौजूद थे।