केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशन में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण का कार्य आज से जनपद में हुआ प्रारम्भ

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नैनीताल/हल्द्वानी – जिलाधिकारी श्री सविन बंसल के दिशा निर्देशन मे कोरोना वैक्सीन टीकाकरण का कार्य केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशन में जनपद में शनिवार को प्रारम्भ हो गया। जनपद मे निर्धारित मानको के अनुसार वैक्सीन का कार्य सुव्यवस्थित तरीके से सम्पन्न हो इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियो के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारियो एवं कर्मचारियो को वैक्सीन के सम्बन्ध मे सैद्वान्तिक एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण दिये जाने का सिलसिला जारी है। प्रशिक्षण के तीसरे चरण मे शनिवार की सांय सुपर जोनल मजिस्टेट तथा जोनल मजिस्टेटों को सर्किट हाउस सभागार में प्रशिक्षण दिया गया।


प्रशिक्षण में नोडल एवं अपर जिलाधिकारी केएस टोलिया ने कहा कि सभी कार्मिक प्रशिक्षण को गंभीरता से लें और प्रशिक्षण में दी जा रही सभी जानकारियों को भलि भाॅति समझे ताकि वैक्सीनेशन के समय किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। कोई भी गलती क्षम्य नहीं होगी। उन्होने कहा कि वैक्सीनेशन का कार्य पूर्णतयाः तकनीकी है इसलिए अधिकारी इसके विभिन्न पहलुओ तथा की जाने वाली व्यवस्थाओ को भलीभांती समझलेे तथा टीम वर्क के साथ सहयोगियों के साथ कार्य करें ताकि सुव्यवस्थित तरीके से जनपद मे टीकाकरण का कार्य सम्पन्न हो सके।


प्रशिक्षण देते हुये अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.रश्मि पन्त ने बताया कि सभी रूम मानकों के अनुसार बनाये जायेंगे जिसमें तीन कक्ष होंगे, पहला कक्ष टीका लगवाने वालों के लिए वेटिंग कक्ष, दूसरा कक्ष टीकाकरण के लिए एवं तीसरा कक्ष टीकाकरण के पश्चात 30 मिनट तक लाभार्थी की निगरानी के लिए होगा। कक्षों में सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का भी पूर्ण अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाये। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान कार्मिकों को वैक्सीन एवं वैक्सीनेशन की तकनीकि जानकारियाॅ देते हुए कहा कि टीकाकरण केंद्र पर समुचित मात्रा में सैनिटाइजर, मास्क आदि की व्यवस्था रखी जायेगी ताकि लाभार्थियों एवं कर्मियों के द्वारा सेनीटाइजर का उपयोग किया जा सके। साथ ही कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए साफ-सफाई का पूर्ण रूप से ध्यान देते हुए निर्गत प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित किया जाए। टीकाकरण के पश्चात लाभार्थी को किसी प्रकार की परेशानी के प्रबंध के लिए सेंटरों पर एनाफलीसिस किट एवं एईएफआई किट की पर्याप्त संख्या में उपलब्ध रहेगी।

टीकाकरण केन्द्रों पर कोविड टीकाकरण के उपरान्त जनित जैव चिकित्सा अपशिष्टों के प्रबंधन(बायो वेस्ट मैनेजमेंट) के लिए हेतु कलर कोडेड बैग्स पर्याप्त मात्र में उपलब्ध रहेगी।वेटिंग तथा ऑब्जर्वेशन रूम में पर्याप्त संख्या में बेड एवं कुर्सी की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। वैक्सीनेशन सेंटरों पर कोविड सम्बन्धी बैनर पोस्टर का प्रदर्शन एवं साज-सज्जा सामग्रियों का समुचित प्रबंध अनिवार्य रूप से किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण हों तो ऐंसे व्यक्तियों को किसी भी दशा में वैक्सीन नहीं लगायी जायेगी। एक वायल दस लोगो को लगायी जानी है। प्रत्येक व्यक्ति को 0.5 एमएल डोज़ लगायी जायेगी। वैक्सीन बेशकीमती है होने के कारण वायल को आवश्यकता पड़ने पर ही खोला जाये। डा0 पंत ने बताया कि जनपद को प्रथम चरण के लिए 12010 वैक्सीन वायल प्राप्त हो गई है जिनको लगाये जाने का कार्य चरणबद्व तरीके से किया जा रहा हैै।प्रशिक्षण कार्यक्रम में निदेशक डेयरी जीवन सिह नगन्याल, उपजिलाधिकारी विवेक राय, परियोजना निदेशक अजय सिह, मुख्य अभियन्ता सिचाई संजय शुक्ल, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि महेन्द्र कुमार, मीना भटट, एबी काण्डपाल, दीपक गुप्ता,मुख्य कृषि अधिकारी धनपत कुमार, डीएफओ टीआर बीजूलाल, परियोजना अधिकारी पेयजल निर्माण निगम मृदुला सिह, अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम अशोक कुमार कटारिया, अधिशासी अभियन्ता सिचाई तरूण बंसल, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज बर्मन, उप निदेशक सूचना योगेश मिश्रा, सहायक निदेशक बचत अखिलेश शुक्ला, जिला पर्यटन अधिकारी अरविन्द कुमार गौड, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश चन्द्र त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।

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