कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत ने महाविद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता को लेकर दिखाई गहरी चिंता

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कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत ने आज अपने शिक्षा सुधार अभियान के अंतर्गत महिला महाविद्यालय हल्द्वानी का औचक दौरा किया। इस निरीक्षण ने यह स्पष्ट कर दिया कि कुलपति न केवल विश्वविद्यालय परिसर की शैक्षणिक गुणवत्ता को लेकर गंभीर हैं, बल्कि अपने अधीनस्थ महाविद्यालयों की स्थिति और विद्यार्थियों के हितों को लेकर भी उतने ही सजग हैं।
प्रो. रावत बिना किसी पूर्व सूचना के महाविद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने विभिन्न कक्षाओं में जाकर शिक्षण गतिविधियों का जायजा लिया। उन्होंने छात्राओं से सीधे संवाद स्थापित कर यह जानने का प्रयास किया कि उन्हें शिक्षण में कैसी गुणवत्ता मिल रही है, ई-पुस्तकों की उपलब्धता कैसी है और विश्वविद्यालय से उन्हें और क्या अपेक्षाएं हैं।
कुलपति ने छात्राओं से उनकी समस्याएं, आवश्यकताएं तथा शैक्षणिक वातावरण को लेकर सुझाव भी आमंत्रित किए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि छात्राओं की प्रतिक्रियाओं को गंभीरता से लिया जाएगा और उनके अनुरूप सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
इस अवसर पर प्रो. रावत ने कहा, “शिक्षा के स्तर में सुधार केवल विश्वविद्यालय तक सीमित नहीं होना चाहिए। हमें अपने सभी संबद्ध महाविद्यालयों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करनी है। छात्राओं की भागीदारी और उनके फीडबैक से ही हम वास्तविक आवश्यकताओं को समझ पाएंगे और आवश्यक संसाधनों की दिशा में कदम उठा सकेंगे।”
महाविद्यालय की प्राचार्या एवं संकाय सदस्यों ने कुलपति के इस सराहनीय प्रयास का स्वागत किया और इसे शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम बताया।
कुलपति के इस सक्रिय एवं संवेदनशील दृष्टिकोण से यह स्पष्ट है कि कुमाऊँ विश्वविद्यालय अपने अधीनस्थ संस्थानों को भी उच्च शैक्षणिक मानकों पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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