राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित किया गया विजयादशमी उत्सव एवं ‘शस्त्र पूजन’ कार्यक्रम
नैनीताल नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा मल्लीताल डीएसए बास्केटबॉल मैदान में आज दशहरे के दूसरे दिन विजयादशमी उत्सव एवं ‘शस्त्र पूजन’ कार्यक्रम का आयोजन वरिष्ठ वयोवृद्ध कार्यकर्ता कामेश्वर प्रसाद काला की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रान्त सह प्रचारक चंद्रशेखर ने अपने सम्बोधन में कहा की संघ की स्थापना 1925 में विजयादशमी यानी दशहरा के दिन हुई थी। नौ दिनों की उपासना के बाद 10वें दिन विजय कामना के साथ शस्त्रों का पूजन करते हैं। विजयादशमी पर शक्तिरूपा दुर्गा, काली की पूजा के साथ शस्त्र पूजा की परंपरा हिंदू धर्म में लंबे समय से रही है। छत्रपति शिवाजी ने इसी दिन मां दुर्गा को प्रसन्न कर भवानी तलवार प्राप्त की थी।
दशहरा त्योहार भारत के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास से जुड़ा हुआ है। इसके साथ कई प्राचीन कहानियां, किस्से और किंवदंतियां जुड़ी हैं। हालांकि, उन सभी का संदेश एक ही है: “बुराई पर अच्छाई की जीत.”
इस दिन आरएसएस का ‘शस्त्र पूजन’ संघ की तरफ ‘शस्त्र पूजन’ हर साल पूरे विधि विधान से किया जाता है।
मुख्य वक्ता प्रान्त सह प्रचारक चंद्रशेखर ने बताया की अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर इन पांच प्रमुख बिंदु सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण जागरूकता, स्व पर जोर व नागरिकों के कर्तव्य पर हम सभी कों कार्य करना चाहिए।
इस अवसर पर जिला प्रचारक राहुल, जिला प्रचारक प्रमुख नवीन भट्ट, आरएसएस विभाग कार्यवाह राजेंद्र बिष्ट,नगर कार्यवाह उमेश बिष्ट, नगर सह कार्यवाह भरत भट्ट, नगर संघ संचालक राम सिंह रौतेला,नगर विस्तारक आशीष, सर्वप्रिय कंसल, प्रकाश पाण्डेय, एनएस पुंडीर, भावेश, विशाल, गिरीश भट्ट सहित अनेकों कार्यकर्ता एवं स्वयंसेवक मौजूद रहे।