एसजेवीएन के पृथक कर पूर्व लाभ में 15.86% की हुई वृद्धि
देहरादून – श्री नंद लाल शर्मा , अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक , एसजेवीएन ने घोषणा की कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के लिए 445.07 करोड़ रूपए का पृथक कर पूर्व लाभ दर्ज किया है । आज शिमला में आयोजित कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक के पश्चात अवगत कराते हुए उन्होंने कहा कि यह गत वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही के दौरान 384.14 करोड़ रूपए की तुलना में पृथक कर पूर्व लाभ में लगभग 16% की वृदि्ध दर्शाता है। एसजेवीएन ने जून,2020 को समाप्त तिमाही में 301.08 करोड़ रूपए की तुलना में जून,2021 की तिमाही में 339.54 करोड़ रूपए पर पहुंच कर अपने पृथक शुद्ध लाभ में 12.77% की वृद्धि भी दर्ज की है ।
श्री शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन की नेटवर्थ गत वर्ष की इसी अवधि में 12332.85 करोड़ की तुलना में वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहलती तिमाही की समाप्ति पर बढ़कर 13100.97 करोड़ रूपए हो गई है, जो महामारी की स्थिति के कारण वर्तमान में वैश्विक उथल पुथल को ध्यान में रखते हुए एक उत्कृष्ट उपलब्धि है । तिमाही के दौरान , एसजेवीएन ने गत वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में अपनी प्रति शेयर आय में 11.69% की वृद्धि दर्ज की थी । इसी प्रकार , कंपनी ने गत वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में बुक वैल्यू में 6.25% की वृद्धि दर्ज की है। जून को समाप्त पहली तिमाही के दौरान उत्कृष्ट वित्तीय निष्पादन का प्रदर्शन करते हुए कंपनी ने 702.38 करोड़ की कुल आय दर्ज की है
श्री नन्द लाल शर्मा ने यह भी साझा किया कि यह एक गर्व का क्षण है कि एसजेवीएन ने बिहार में 200 मेगावाट की ग्रिड कनेक्टिड सोलर पीवी विद्युत परियोजना को ई-रिवर्स नीलामी के दौरान बिल्ड, ओन एंड ऑपरेट (बीओओ) आधार पर रू.3.11/यूनिट की दर से 200 मेगावाट परियोजना को खुली प्रतिस्पर्धी टैरिफ बोली प्रक्रिया के माध्यम से हासिल किया है ।
सार्वजनिक क्षेत्र के एसजेवीएन ने नवीकरणीय परियोजनाओं सहित अपनी सभी विद्युत उत्पादन ईकाईयों से जुलाई,2020 में 1563 मिलियन यूनिट के गत रिकार्ड को पार करते हुए जुलाई,2021 माह में 1580 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन का सर्वकालिक रिकार्ड भी बनाया है ।
वर्तमान में , एसजेवीएन के पास 9000 मेगावाट से अधिक का पोर्टफोलियो है और यह भारत , नेपाल और भूटान में जलविद्युत , ताप, सोलर और पवन क्षेत्र में 27 परियोजनाओं को निष्पादित कर रहा है जिसमें 06 प्रचालनाधीन हैं, 08 निर्माणाधीन हैं और 13 परियोजनाएं सर्वेक्षण एवं अन्वेषणाधीन हैं । कंपनी ने अपनी यात्रा की एक रूपरेखा तैयार की है जो इसके साझा विजन यथा 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट तथा 2040 तक 25000 मेगावाट में परिलक्षित होती है ।
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आशीष पंत – वरि.अपर महाप्रबंधक (ज.सं.) द्वारा जारी