भारत में पहली बार टाइगर रिजर्व में 50 महिलाएं जिप्सी चालक के रूप में पर्यटकों को करवाएंगी सफारी-CM
रामनगर – मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर आमडण्डा रामनगर में आयोजित कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कहा प्रदेश सरकार ने वन और जन की दूरी कम करने की पहल की है। वनो का संरक्षण एवं संर्वद्धन हम सभी का दायित्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वन संरक्षण एवं संर्वद्धन में महिलाओं की सीधी भागीदारी सुनिश्चित करने तथा इसके फलस्वरूप स्वरोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए कौशल विकास के माध्यम से स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में कार्बेट टाइगर रिजर्व में राज्य सरकार द्वारा उत्कृष्ट पहल की जा रही है, जिसके अंतर्गत भारत में पहली बार किसी टाइगर रिजर्व में 50 महिलाएं नेचर गाइड के रूप में और 50 महिलाएं जिप्सी चालक के रूप में पर्यटकों को सफारी करवाएंगी। उन्होने कहा कोरोना काल लाकडाउन में मंदी आई व रोजगार छीन गया जिससे लोगो को आर्थिक तंगी छेलनी पडी। भारत सरकार का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। हम स्वरोजगार की ओर तेजी से आगे बढ रहे है।श्री रावत ने कहा कोरोनाकाल में स्वास्थ्य, पुलिस, खाद्य एवं अन्य विभागीय अधिकारियों -कर्मचारियों ने सराहनीय कार्य कर जनसेवा की। हम सभी को एक साथ मिलकर जुलकर प्रदेश-देश को सवारना एवं सर्वागीण विकास करना होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री व वनमंत्री द्वारा 15 ईको विकास समितियो को कार्बेट रिर्जव फाउन्डेशन द्वारा 50 लाख की धनराशि के अनुदान चैक वितरित किये गये। साथ ही 25 वन रक्षकों को कीट वितरण व आठ महिला नेचर गाईडो को सम्मानित किया गया। उन्होने आमडण्डा में रूदाक्ष पौध का रोपण किया। साथ ही कार्बेट नेशनल इंस्टीट्यूट फाॅर वाइल्ड लाईफ ट्रेनिंग एण्ड नेचर गाईडिंग कालागढ का लोकापर्ण किया। तथा 50 वन कार्मिकों को दी गई नयी बाईक एवं एटीबी को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में अतिथियों का अंग वस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
सम्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने कई घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि कार्बेट टाइगर रिजर्व में अगले पर्यटन सत्र के लिए 50 अतिरिक्त जिप्सियों का पंजीकरण किया जाएगा, जिनमें महिला जिप्सी चालक का पंजीकरण किया जाएगा। इन 50 जिप्सियों का संचालन महिलाओं द्वारा ही किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इन महिलाओं को ‘वीर चंद्र सिंह गढ़वाली’ योजना के अंतर्गत जिप्सी क्रय करने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री तीरथसिंह रावत ने कहा कि आमडंडा में जिम कार्बेट एवं वन्य जीवों पर आधारित ‘लाइट एंड साउंड शो एवं एम्फीथिएटर की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस के लिए खनिज न्यास से दो करोड़ , उत्तराखंड वन विकास निगम से एक करोड़. और कार्बेट फाउंडेशन द्वारा एक करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। श्री रावत ने कहा प्रदेश के नेशनल पार्क एवं वाइल्ड लाईफ सेन्चुरी मे कौशल विकास के माध्यम से 10 हजार युवक-युवतियों को जिसमे 5000 युवक एवं 5000 युवतियों को गाईड के रूप में तैयार किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि भरतपुरी, पंपापुरी, दुर्गापुरी और कौशल्यापुरी काॅलोनी के विनियमितिकरण की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाएगी। कार्बेट नेशनल पार्क के ढेला रेंज में निर्माणाधीन विश्व स्तरीय वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू सेंटर को बाघों के दर्शन के लिए पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। रामनगर के उत्तरी छोर में कोसी नदी की बाढ़ से सुरक्षा हेतु तटबंध का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रामनगर में संचालित होने वाली प्राईवेट बसों के लिए बस स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। रामनगर शहर मे यातायात के दबाव को कम करने हेतु नहर कवरिंग कार्य किये जायेगे। कार्बेट से लगे गांव में 143 रोक हटाने मे पुनःविचार किया जायेगा, वन ग्रामो में विद्युत, पानी व सड़को की सुविधा दी जायेगी, मालधनचैड को तहसील बनाने हेतु सर्वे कराया जायेगा। उन्होेन कहा कि हर घर मे नल – नल में जल प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी येाजना है इसके तहत प्रदेश मे सभी को पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है इसके दिव्यता को बनाये रखते हुए चहमुखी विकास किया जायेगा।
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि वनमंत्री डाॅ. हरकसिंह रावत ने कहा कि जिस दिन महिलाओं, युवाओं के चेहरे पर मुस्कान आएगी, तब ही हमारी सरकार का त्योहार मनाना सार्थक हो पाएगा। काॅर्बेट के हित में हमने कई निर्णय लिए हैं। हमने महिलाओं को नेचर गाइड बनाने का हिंदुस्तान में पहला प्रयोग किया है, जिसके माध्यम से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। आज महिलाएं 25 हजार रूपए महीना कमा रही हैं और यह तो सिर्फ शुरूआत है। आगे हम इंस्टीट्यूट में नेचर गाइड की निशुल्क ट्रेनिंग देंगे और कई लोगों को रोजगार देंगे।
उन्होंने कहा कि हमने अपनी सरकार के चार साल में रामनगर में वाइल्ड लाइफ टूरिज्म का काफी विकास किया है, जिससे यहां के व्यापारियों, युवाओं और महिलाओं को लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हम कंडी मार्ग को बनवाएंगे। इस सड़क का बनना देश की सुरक्षा के लिए अतिमहत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम मे अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में क्षेत्रीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने सभी अतिथियों का स्वागत अभिनन्दन करते हुए वन विभाग द्वारा 10 हजार नौजवानों को सीजनल रोजगार देने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होने रामनगर कार्बेट टाइगर सफारी बढाने व पार्किग व्यवस्था, वन ग्रामो को जल जीवन मिशन से जोडने, नया लालढांग वासियों को भूमिधरी अधिकार दिलाने, कार्बेट से लगे ग्रामों में 143 रोक हटाने, कोसी उत्तरी में तटबंध निर्माण, पम्पापुरी, भरतपुरी व कौशल्यापुरी का विनिमियतिकरण, रामनगर शहर के नहरो की कवरिंग, प्राईवेट बसों हेतु पार्किंग, पीरूमदारा स्वास्थ्य केन्द्र का उच्चीकरण, कडी मार्ग का निर्माण, फांटू गेट खोलने का अनुरोध किया।
कार्यक्रम में वन अधिकारियों ने बताया कि कार्बेट टाइगर रिजर्व के लिए इस टूरिज्म सत्र में 73 नेचर गाइडों का चयन कर 15 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिनमें 8 महिला नेचर गाइडों को भी सम्मिलित किया गया। उन्होंने बताया कि जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व के ईको टूरिज्म की गतिविधियों में पहली बार महिलाएं सम्मिलित हुई हैं। प्रत्येक नेचर गाइड को 700 रूपए प्रति पाली आय पर्यटकों से प्राप्त होती है तथा प्रत्येक माह लगभग 25 हजार रूपए आमदनी होती है। गर्जिया पर्यटन जोन की स्थापना के लिए 60 जिप्सी चालकों का कार्बेट टाइगर रिजर्व ने रजिस्ट्रेशन किया है, जिससे इन्हें भी प्रत्यक्ष रूप से ईको टूरिज्म गतिविधियों से रोजगार प्राप्त हो रहा है। इसके अतिरिक्त कार्बेट टाइगर रिजर्व में लगभग 100 नेचर गाइड पूर्व से ही ईको टूरिज्म में अपना योगदान दे रहे हैं। पर्यटन गतिविधि से प्राप्त राजस्व का विवरण प्रस्तुत करते हुए वन अधिकारियों ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष फरवरी 2021 तक लगभग 1 लाख 65 हजार पर्यटक कार्बेट टाइगर रिजर्व का भ्रमण कर चुके हैं, जिससे लगभग 7.25 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 में 10.40 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। गर्जिया पर्यटन जोन इस वर्ष स्थापित किया गया है, जिससे लगभग 1 करोड़ रूपए प्रतिवर्ष राजस्व प्राप्त होगा। वर्तमान में लगभग 73 नेचर गाइड तथा 60 जिप्सी चालकों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में कार्बेट टाइगर रिजर्व के साथ लगभग 350 जिप्सियों व 150 नेचर गाइडों का रजिस्ट्रेशन किया गया है।