राजकीय महाविद्यालय लमगड़ा,अल्मोड़ा में शिक्षा शास्त्र विभाग की ओर से किया गया एक गोष्ठी का आयोजन
आज दिनांक 6 दिसंबर 2022 को राजकीय महाविद्यालय लमगड़ा, अल्मोड़ा में शिक्षा शास्त्र विभाग की ओर से एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, गोष्ठी का प्रमुख विषय था लिंग आधारित हिंसा । कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों का परिचय करवा कर उनका स्वागत किया गया| कार्यक्रम के संयोजक श्री हेमन्त कुमार बिनवाल, असिस्टेंट प्रोफेसर द्वारा गोष्ठी की रूपरेखा रखी गई|
तत्पश्चात कार्यक्रम के संयोजक श्री हेमन्त कुमार बिनवाल द्वारा लिंग आधारित हिंसा पर विस्तार से सभी को अवगत कराया, उनके द्वारा बताया गया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध अभियान संपूर्ण देश में 25 नवंबर 2022 से 23 दिसंबर 2022 तक चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य नारी शक्ति को जागरूक करना है, जेंडर बेस्ड वायलेंस का तात्पर्य होता है किसी भी जेंडर को टारगेट करते हुए हिंसा करना, लेकिन हमारे समाज में महिलाओं तथा ट्रांसजेंडर को फिजिकली,सेक्सुली तथा साइकोलॉजिकली ज्यादा टारगेट किया जाता है, अपनी बात को रखते हुए उनके द्वारा बताया गया कि वर्तमान में तीन प्रकार की कैटेगरी में लिंग आधारित हिंसा चलन में है- पहली हिंसा परिवार में, दूसरी कम्युनिटी में तथा तीसरी स्टेट में होती है| इस प्रकार की हिंसा से बचने हेतु वर्तमान समय में हम सभी को अच्छी पढ़ाई तथा अच्छी जॉब प्राप्त करनी होगी जिससे हमारा लाइफस्टाइल में सुधार आए और हमारा सोशियो इकोनामिक स्टेटस में बढ़ोतरी हो ताकि लिंग आधारित हिंसा पर रोकथाम लगाई जा सके|
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लमगड़ा विकासखंड के एबीडीओ श्री देशराज द्वारा समस्त छात्र छात्राओं से आह्वान किया गया कि वे महिला हिंसा तथा लिंग आधारित हिंसा पर रोकथाम करने पर विचार करें, हम घर से ही भेदभाव पूर्ण व्यवहार करते हैं जिस कारण हिंसा को बढ़ावा मिलता है, उन्होंने आह्वान किया कि नशा करने से भी बचा जाए जिससे कि लिंग आधारित हिंसा पर रोक लगाई जा सके |
गोष्ठी को संबोधित करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ साधना पंत ने छात्र छात्राओं को व्यवहारिक जीवन में होने वाली लिंग आधारित हिंसा पर विस्तार से चर्चा की, उन्होंने बताया कि वर्तमान में महिलाएं भी खुद दूसरी महिलाओं पर हिंसा करने को उतारू हैं, उनके यह भी बताया गया कि महिला को सशक्त होना ही होगा तभी लिंग आधारित हिंसा पर रोक लग पायेगी |
बी. ए. द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति बडोला ने भी लिंग आधारित हिंसा पर अपने विचार व्यक्त किए| कार्यक्रम का संचालन विभाग के प्राध्यापक श्री हेमन्त कुमार बिनवाल द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के संयोजक द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया |
गोष्ठी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन लमगड़ा, अल्मोड़ा की क्षेत्र समन्वयक सरिता राणा, महाविद्यालय की प्राध्यापक डा रेनू जोशी, श्री सिद्धार्थ गौतम, श्री नरेंद्र आर्य, रेनू असगोला, डीएस नेगी, दीपक कुमार तथा बीए प्रथम सेमेस्टर की छात्राएं रजनी बिष्ट, चंद्रा कुंवर, कविता, गीता, मनीषा पांडे, तनुजा धोनी, गुंजन रावत, तनुजा नेगी, नेहा बोरा, अंजलि बिष्ट, पूनम आर्य, सरिता राणा समेत तमाम छात्र छात्राएं उपस्थित थे|