राजकीय महाविद्यालय, शीतलाखेत (अल्मोड़ा) में डॉ वसुंधरा लसपाल द्वारा दिया गया “उच्च शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रयोग” विषय पर व्याख्यान

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आज 22 फरवरी 2025 को राजकीय महाविद्यालय, शीतलाखेत (अल्मोड़ा ) के व्याख्यान कक्ष में आयोजित “बोधिसत्व व्याख्यान माला” कार्यक्रम का प्रारंभ कार्यक्रम संचालक डॉ.प्रकाश चंद्र जांगी जी द्वारा ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी का स्मरण करते हुए महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक वर्ग का स्वागत किया गया।

“बोधिसत्त्व व्याख्यान माला” कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्य वक्ता अंग्रेजी विभाग प्रभारी डॉ वसुंधरा लसपाल द्वारा “उच्च शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रयोग” विषय पर अपना व्याख्यान दिया गया। उक्त विषय पर अपना व्याख्यान देते हुए मनुष्य के आदिम युग से अपने जीवन को सरल एवं सहज बनाने हेतु किए गए विविध आविष्कारों यथा– अग्नि की खोज, पहिए का निर्माण , खेती आदि से होते हुए मशीन तथा मशीनों को बुद्धिमत्ता प्रदान करने का उल्लेख करते हुए वर्तमान युग की आवश्यकता बन रही कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के बढ़ रहे प्रयोग के लाभ एवं हानि पर प्रकाश डाला गया।

डॉ वसुंधरा लसपाल ने अपने व्याख्यान में बताया कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) उच्च शिक्षा और शोध में क्रांति ला रहा है। उन्होंने बताया कि AI छात्रों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं और शिक्षा शैली के अनुसार शिक्षा को अनुकूल बनाने में मदद कर सकता है, प्रशिक्षकों को मूल्यांकन में सहायता कर सकता है, और शोधकर्ताओं को नए विचारों और परिकल्पनाओं को उत्पन्न करने में मदद कर सकता है। हालांकि, AI के प्रयोग से होने वाली हानियों को भी नकारा नहीं जा सकता, जैसे कि गोपनीयता और सुरक्षा संबंधी चुनौतियाँ, रोजगार की जगह कम होना, और पूर्वाग्रह और अशुद्धता उत्पन्न होना।

महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा कहा गया कि बोधिसत्व व्याख्यान माला के अंतर्गत विविध विषयों के व्याख्याताओं द्वारा अपने व्याख्यान के माध्यम से छात्र-छात्राओं के बौद्धिक स्तर में सुधार एवं जागरूकता लाने का कार्य किया जा रहा है जिससे हमारी सोच एवं कार्य क्षमता को वर्तमान जगत के साथ एकीकृत करने का उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है जो कि सराहनीय है।

कार्यक्रम में प्राचार्य एल पी वर्मा, प्रो. अनुपमा तिवारी, डॉ सीमा प्रिया, डॉ प्रकाश चंद्र जांगी, डॉ दीपिका आर्या, डॉ. दिवाकर टम्टा, डॉ. वसुंधरा लस्पाल, छत्र सिंह कठायत एवं समस्त छात्र–छात्राएं उपस्थित थे।

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