भीमताल ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी प्रथम अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य समापन
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भीमताल। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, भीमताल कैंपस में प्रथम अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन “एडवांसेंस इन कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (CE2CT-2025)” का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस सम्मेलन के अंतर्गत आयोजित सांस्कृतिक संध्या में छात्रों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस अवसर पर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए अनेक मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गईं।
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कार्यक्रम की शुरुआत उत्तराखंड की पारंपरिक कुमाऊँनी नृत्य प्रस्तुति से हुई, जिसने राज्य की सांस्कृतिक झलक को बखूबी प्रस्तुत किया। इसके बाद, अर्धशास्त्रीय एकल नृत्य ने शास्त्रीय और आधुनिक नृत्य शैलियों के अद्भुत संयोजन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। नेपाली नृत्य ने नेपाल की जीवंत संस्कृति को मंच पर सजीव किया, वहीं हिप-हॉप नृत्य ने आधुनिकता और ऊर्जा का संचार किया। राजस्थान की लोकधारा को प्रदर्शित करता राजस्थानी नृत्य एवं गुजरात की संस्कृति का परिचय देता गरबा नृत्य भी मुख्य आकर्षण रहे।
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इसके अलावा, महाराष्ट्र की पारंपरिक लोक कला को प्रदर्शित करता लावणी नृत्य भी दर्शकों को खूब भाया। कार्यक्रम में रैप परफॉर्मेंस ने अपनी अनूठी शैली में सामाजिक संदेश प्रस्तुत किया, जबकि जोशीले भांगड़ा नृत्य ने पूरे माहौल को उल्लास से भर दिया। इस सांस्कृतिक संध्या की विशेष प्रस्तुति रही प्रख्यात अतिथि डॉ. सरोज डी. वैकर द्वारा गाया गया संगीतमय गीत, जिसने पूरे वातावरण को संगीतमय बना दिया।
इस आयोजन में छात्रों की सक्रिय भागीदारी को सराहते हुए ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, भीमताल के कैंपस निदेशक ने सभी प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। कार्यक्रम का समापन आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. संदीप कुमार बुधानी द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिसमें उन्होंने सभी गणमान्य अतिथियों, शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों का आभार व्यक्त किया।
सम्मेलन के समापन के पश्चात प्रतिभागियों ने भीमताल, सातताल और कैंची धाम की दर्शनीय यात्रा की, जहाँ उन्होंने पहाड़ियों और झीलों के मनोरम दृश्यों का आनंद लिया।