कोविड कर्फ्यू में ढील के बाद भीड़ बन सकती है तीसरी लहर कारण
कोविड कर्फ्यू में ढील के बाद भीड़ बन सकती है तीसरी लहर कारण
डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला
दून विश्वविद्यालय, देहरादून, उत्तराखंड
कोरोना संक्रमण से जूझते हुए भले ही डेढ़ वर्ष बीत गया हो, मगर संक्रमण से बचाव को लेकर लोग अभी भी गंभीर नहीं दिख रहे। संक्रमण की दूसरी लहर के कारण सामने आए भयावह परिणामों में कुछ कमी आई ही थी कि सरकार और विशेषज्ञ जल्द ही तीसरी लहर शुरू होने की बात कर रहे हैं। मगर इसके बावजूद ना तो लोग संक्रमण की रोकथाम को लेकर कोई कदम उठाते देख रहे हैं, ना ही इसके बचाव को लेकर बनाये गए नियमों का पालन करते दिख रहे है।शहर में इन दिनों कुछ ऐसा ही मंजर देखने को मिल रहा है। बाहरी राज्यों से पहुंचे भारी संख्या में सैलानी सार्वजनिक स्थलों पर बिना मास्क आवाजाही कर रहे है। जिससे संक्रमण के फैलने का भी डर बना हुआ है। वहीं व्यवस्थाएं चाक-चौबंद होने और लोगों से कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन करवाने का दावा करने वाली पुलिस के चेकिंग अभियान महज चौराहों और मुख्य सड़क तक ही सिमट कर रह गए हैं।शहर में पर्यटन गतिविधियां शुरू होते ही रिक्शा, घोड़ा और नाव संचालन भी शुरू कर दिया गया। मगर इसमें लगे संचालकों को यह सशर्त छूट दी गयी कि वह पूरी तरह से कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन करवाएंगे। बोटिंग से पहले लाइफ जैकेट और नाव को सेनेटाइज किया जाएगा। मगर छूट मिलने के बाद न तो पर्यटकों द्वारा ऐसी कोई मांग की जा रही है और न ही संचालकों द्वारा गाइडलाइन का अनुपालन करवाया जा रहा है। नतीजतन बिना सेनेटाइजेशन और मास्क के धड़ल्ले से नौकायन और घुड़सवारी करवाई जा रही है। एएसपी नैनीताल ने बताया कि सीजन के दृष्टिगत अन्य थानों से 35 कांस्टेबल, चार हेड कांस्टेबल और चार एसआई अतिरिक्त शहर में तैनात किए गए है। बाजारों में चेकिंग अभियान के लिए मोबाइल टीम भी गठित की गई है। यदि अभियान नहीं चलाया जा रहा तो पुलिसकर्मियो को इसके लिए निर्देशित किया जाएगा। कोरोना कर्फ्यू में ढील का दायरा बढ़ने के साथ ही लोगों की लापरवाही भी बढ़ गई है। वहीं प्रदेश में बाहर से आने वाले लोगों के लिए निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता जारी रहेगी और मैदानी क्षेत्रों से पहाड़ी इलाकों में जाने के लिए भी निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य रहेगी, प्रदेश में स्कूल अभी नहीं खुलेंगे. प्रदेश सरकार ने 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सभी कोचिंग सेंटर और जिम खोलने की अनुमति पहले ही दे दी है, लेकिन इनमें केवल 18 साल की आयु से ऊपर के छात्रों व अभ्यर्थियों को ही प्रवेश की अनुमतिदी गई है. सरकार ने राज्य में स्थित सभी संरक्षित क्षेत्र, टाईगर रिजर्व, चिड़ियाघर व वन विभाग के अधीन आरक्षित वन व अन्य जनता की सुविधा से जुड़ी अवस्थापना को पर्यटन, वन प्रबंधन एवं रखरखाव के लिए खोल दिया है. भारत में अगले 6-8 हफ्तों में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की दस्तक हो सकती है. ये जानकारी एम्स के प्रमुख डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने दी. उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से ‘बचा नहीं जा सकता’. उन्होंने कहा कि इसे रोकना संभव नहीं है और तीसरी लहर आएगी ही. गौरतलब है कि दूसरी लहर के दौरान लगाए गए लॉकडाउन के बाद अब देश के कई हिस्सों में अनलॉक की प्रक्रिया जारी है.
लेखक द्वारा उत्तराखण्ड सरकार के अधीन उद्यान विभाग के वैज्ञानिक के पद पर का अनुभव प्राप्त हैं, वर्तमान दून विश्वविद्यालय में कार्यरत है.