कुमाऊं में कहे जाने वाले प्रवेश द्वार हल्द्वानी के प्रमुख चौराहों पर कुमाऊनी सांस्कृतिक व महापुरुषों के मधुर स्मृतियों से आकर्षित होंगे पर्यटक- डीएम श्री सविन बंसल
हल्द्वानी- कुमाऊं के प्रवेश द्वार महानगर हल्द्वानी की खूबसूरती मे इजाफा हो एवं सडक दुर्घटनायें ना हों और महानगर के विभिन्न जो चौराहों से कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों को जाने वाला ट्रैफिक सुगम हो इसके लिए जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने अभिनव विजन के साथ नया प्रोजेक्ट जनहित एवं पर्यटकों के हित के लिए तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट को उच्च स्तर से हरी झंडी मिल चुकी है। इस योजना पर तकरीबन प्रथम चरण में 10 करोड की धनराशि व्यय होगी। जिलाधिकारी की इस सराहनीय पहल से देश दुनिया से आने वाले पर्यटक हल्द्वानी महानगर मे प्रवेश करते ही कुमाऊंनी संस्कृति के दीदार कर सकेंगे। इसी उददेश्य से शहर के चौराहों का पुर्ननिर्माण एवं सुन्दर बनाने का काम किया जायेगा। माननीय मुख्यमंत्री ने इस प्रोजेक्ट की सराहना करते हुये शुभकामनायें दी हैं।
जिलाधिकारी श्री बंसल ने जानकारी देते हुये बताया कि हल्द्वानी शहर के छः बड़े व्यस्ततंम चैराहों पर न सिर्फ सौन्दर्यीकरण किया जायेगा बल्कि काठगोदाम में गेटवे ऑफ कुमाऊं का भव्य कुमाऊनी सांस्कृतिक से सुसज्जित एवं आकर्षक तोरण द्वार भी बनाया जाएगा। इस भव्य द्वार पर कुमाऊनी संस्कृति के अलावा कुमाऊ के दर्शनीय पर्यटक स्थलों जैसे गोलज्यू धाम, जागेश्वर धाम, मायावती आश्रम,कौसानी,डोल आश्रम, मोस्टामानू, मानश्वरोवर, ओम पर्वत आदि की झलक मिलेगी। वही छोलिया कलाकारों के आकर्षक नृत्य के चित्र भी डिस्प्ले होंगे। श्री बंसल का मानना है कि इस तोरण द्वार से प्रवेश करते हुये पर्यटकों को समृद्विशाली कुमाऊंनी संस्कृति की अनुभूति होगी और अपने पर्यतीय क्षेत्र के प्रवास के दौरान इनको देखकर पर्यटक अभिभूत होंगे और मधुर स्मृतियां अपने साथ सजोकर ले जायेंगे। इस प्रकार इस योजना से पर्यटकों की आमद बढेगी जिससे स्थानीय लोगो को रोजगार के अवसर मिलेगे। कुमाऊं को नेशनल पर्यटन हब पर अलग स्थान मिलेगा।
जिलाधिकारी श्री सविन बंसल कुमाऊॅ के प्रवेश द्वार हल्द्वानी के प्रमुख चैराहों के सौन्दर्यकरण हेतु शनिवार को मय प्रशासनिक अमले के मौका मुआयना किया। श्री बंसल ने कहा कि कुमाऊॅ के प्रवेश द्वार हल्द्वानी के चैराहों को इस प्रकार संवारा जायेगा कि चैराहों पर कुमाऊॅनी संस्कृति के दर्शन हो सकें। उन्होंने कहा कि देश विदेश से आने वाले सैलानियों को कुमाऊॅनी संस्कृति से रूबरू कराने के साथ ही उन्हें स्वतः ही कुमाऊॅनी क्षेत्र आने की अनुभूति प्राप्त होगी। श्री बंसल ने कहा कि चैराहों के सौन्दर्यकरण से कुमाऊॅनी कला एवं संस्कृति से रूबरू कराया जायेगा। आने वाले पर्यटक कुमाऊॅनी कला एवं संस्कृति से रूबरू होंगे। बाहर से आने वाले व्यक्तियों को स्वतः ही अनुभूति होगी कि वे कुमाऊॅ में प्रवेश कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि चैराहे के सौन्दर्यीकरण से संभावित दुर्घटनाओं में कमी आयेगी। चैराहो का रिएलाइटमंेट भी प्लान का हिस्सा है। जिससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और अतिक्रमण पर रोक लगेगी।
श्री बंसल ने रानीबाग में प्रस्तावित तोरण द्वार निर्माण एवं सड़क सौन्दर्यकरण कार्यों का धरातलीय निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि गेट का निर्माण कुमाऊॅनी शैली में किया जायेगा तथा सड़क किनारे सौन्दर्यकरण हेतु जागर, कुमाऊनी एपण आदि पर आधारित कार्य किये जायेंगे। श्री बंसल ने नरीमन चैराहे के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि चैराहे पर गाॅव की महिलाओं की पारम्परिक वेशभूषा, रणसिंगा के साथ खड़े व्यक्ति आदि पर आधारित थीम के दर्शन होंगे। उन्होंने कहा कि काठगोदाम रेलवे स्टेशन तिराहे पर प्लेटफाॅर्म का लुक देने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि हाइडिल गैट पर राज्य की महान विभूतियों के दर्शन हेतु जमुली देवी, पं.नैन सिंह, तीलू रौतेली आदि के दर्शन पर आधारित थीम रखी गयी है। उन्होंने कहा कि पीलीकोठी तिराहे के सौन्दर्यकरण में राजस्थान वास्तुकला की झलकी देखने को मिलेगी। श्री बंसल ने बताया कि कठघरिया चैक पर झील आधारित डिजाईन किया गया है। उन्होंने बताया कि एसडीएम तिराहे पर सैनिकों को समर्पित सैनिक थीम पर आधारित प्रतीक चिन्ह लिया गया है। उक्त प्लान का तीसरा लक्ष्य है मुख्य स्थानों पर पुर्ननिर्माण इंवेन्टर द्वारा पूजी निवेश के नये भाव जाग्रत होंगे जिससे प्रदेश को आय अर्जन के नये स्रोत प्राप्त होेंगे।