ग्राफिक एरा भीमताल के इन्डक्सन प्रोग्राम में प्रो. शेखर पाठक द्वारा उत्तराखण्ड पर गहन चर्चा : ऐतिहासिक, भौगोलिक और सामाजिक पहलुओं का अवलोकन
ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय भीमताल परिसर में चल रहे स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत चौथे दिन प्रख्यात इतिहासकार पदम श्री प्रोफेसर शेखर पाठक व्याख्यान हेतु आमंत्रित किए गए। परिसर निदेशक कर्नल अनिल नायर, व्याख्यान समन्वयक अभिजीत भाकुनी, बी.टेक. प्रथम वर्ष प्रमुख राजेन्द्र सिंह बिष्ट द्वारा प्रोफेसर पाठक का स्वागत किया गया। व्याख्यान संचालक रश्मि देउपा ने प्रोफेसर पाठक के व्यक्तित्व एवं उपलब्धियों का परिचय श्रोताओं से करवाया।
अपने व्याख्यान के दौरान प्रोफेसर शेखर पाठक ने उत्तराखण्ड राज्य के ऐतिहासिक, भौगोलिक एवं सामाजिक महत्व का विस्तार पूर्वक परिचय दिया। उन्होंने हिंदुकुश पर्वत श्रृंखला के बारे में बताते हुए हिमालय पर्वत के निर्माण एवं विकास प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। विभिन्न भूकंप क्षेत्रों तथा फॉल्ट रेखाओं का वर्णन करते हुए उन्होंने गंगा नदी बेसिन से संबंधित जानकारियां श्रोताओं से साझा की। उन्होंने वन्नाग्नि एवं बाढ़ (हाल ही में खटीमा में आई बाढ़) से संबंधित वैज्ञानिक विश्लेषण एवं मानव जीवन हेतु नकारात्मक प्रभावों की चर्चा की।
प्रोफेसर पाठक ने श्रोताओं से अपनी सांस्कृतिक एवं पर्यावरणीय परिवेश के प्रति सजग रहने का अनुरोध किया। प्रश्नोतर सत्र के दौरान प्रोफेसर पाठक ने उत्तराखण्ड राज्य से संबंधित विभिन्न प्रश्नों का जवाब दिया। परिसर निदेशक ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे उत्तराखण्ड की समस्याओं के समाधान हेतु अपने ज्ञान और शिक्षा के स्तर के अनुसार प्रयास करेंगे।
अंत में व्याख्यान समन्वयक अभिजीत भाकुनी ने प्रोफेसर शेखर पाठक को व्याख्यान हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। उक्त अवसर पर परिसर निदेशक कर्नल अनिल कुमार नायर (सेवानिवृत), बी.टेक. प्रथम वर्ष प्रमुख राजेन्द्र सिंह बिष्ट, व्याख्यान समन्वयक अभिजीत भाकुनी, विभागाध्यक्ष एलाइड साइंसेज डॉ. मेहुल मानू, विभागाध्यक्ष प्रबंधन डॉ. कमल सांगुरी, डॉ. नवनीत जोशी, बिमल बिष्ट, डॉ. निधि भट्ट, डॉ. दीपेन्द्र सिंह रावत, डॉ. फरहा खान, डॉ. किरन जोशी, गोविन्द सिंह जेठी, सुरभि सक्सेना, रश्मि देउपा, डॉ. अमित मितल समेत अन्य प्राध्यापक, कर्मचारी तथा बी.टेक. और बी.बी.ए. प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।