राज्यपाल ने महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से कोविड-19 की तीसरी लहर के दृष्टिगत की गई तैयारियों की ली जानकारी
राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने महानिदेशक स्वास्थ्य को निर्देश दिए कि कोविड-19 की तीसरी लहर के दृष्टिगत राज्य में रेडक्रास के अस्पतालों का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित किया जाय। राज्य में रेडक्रास के अस्पतालों की व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जाय तथा चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ आदि की भी व्यवस्था की जाय। इन्हें शीघ्र ही सुचारू रूप से संचालित किया जाय। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने निर्देश दिये कि कोविड-19 की तीसरी लहर के संभावनाओं को ध्यान में रखते हुये बच्चों के उपचार के लिये सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर लिया जाय। राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने बृहस्पतिवार को राजभवन में महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा0 तृप्ति बहुगुणा से कोविड-19 की तीसरी लहर के दृष्टिगत की गई तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा0 तृप्ति बहुगुणा ने जानकारी दी की कोविड-19 की तीसरी लहर के दृष्टिगत राज्य के पास 28,112 आइसोलेशन बेड (बिना ऑक्सीजन), 6,572 आइसोलेशन बेड (ऑक्सीजन के साथ), 1,655 आईसीयू बेड, 1014 वेन्टिलेटर, 459 एम्बुलेंस, 5,600 ऑक्सीजन कोन्सट्रेन्टटरस, 11 आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब, 64 ट्रू नेट मशीन, 15,803 ऑक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध है। 2,351 मेडिकल ऑफिसर्स कार्यरत है। राज्य में बच्चों को ध्यान में रखते हुये 1,945 ऑक्सीजन बेड तैयार हैं तथा 739 एनआईसीयू/पीआईसीयू बेड कोविड पीड़ित बच्चों के लिये तैयार है। 10 अगस्त 2021 से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा उपकेन्द्रों पर आवश्यक दवाइयाँ उपलब्ध होंगी। महानिदेशक स्वास्थ्य ने जानकारी दी कि सभी जनपदों के बाल रोग विशेषज्ञों तथा स्टाफ नर्सों के लिये कोविड-19 के उपचार से सम्बन्धित 6 दिवसीय प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया गया है। अभी तक 108 स्टाफ प्रशिक्षण पूर्ण हो चुके हैं। राज्य में 101 बाल रोग विशेषज्ञ राज्य सरकार के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत हैं। राज्य में सरकारी एवं निजी क्षेत्र में कुल 300 बाल रोग विशेषज्ञ कार्यरत हैं। इसके साथ ही सामान्य चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ, आशा आदि को भी बच्चों के सामान्य उपचार हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है।