हिंदी दिवस के अवसर पर प्रयोगांक द्वारा संस्था के मुख्यालय वेस्टेंड कॉटेज मल्लीताल में किया गया एक गोष्ठी का आयोजन
हिंदी दिवस के अवसर पर प्रयोगाक नैनीताल द्वारा संस्था के मुख्यालय वेस्टेंड कॉटेज मल्लीताल नैनीताल में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्टी से चयन तिवारी द्वारा रश्मिरथी पर काव्य पाठ किया गया. प्रयोगांक नैनीताल के अध्यक्ष प्रमोद बिष्ट द्वारा द्वीप प्रज्वालित कर कार्य क्रम का शुभारंभ किया गया. हिंदी साहित्य में उत्तराखंड के साहित्य कारों द्वारा दिये गए योगदान को याद कर संस्था के मदन मेहरा द्वारा बताया गया की पीतांबर दत्त बड़थ्वाल, सुमित्रा नंदन पंत, शिवानी, मनोहर श्याम जोशी, हिमांशु जोशी, मंगलेश डबराल, लीलाधर जगूड़ी, शैलेश माटियानी, जैसे अनेक उत्तराखंडी साहित्यकारों ने हिंदी को समृद्ध बनाने में अहम योगदान दिया है। नैनीताल रंगमंच में हिंदी नाटकों को विशेष योगदान देते हुए उत्तराखंड के लेखको के नाटक मंचित् किया गए हैं. उनके द्वारा कहा गया कि नैनीताल का रंगमच आज भी उतराखंडी सहित्य कारों की कृति का मंचन कर देश के विभिन्न पटलों पर सफलता प्राप्त कर रहा है और देश के अन्य राज्यों में भी स्थापित हो रहा है. संस्था के सांस्कृतिक सचिव उमेश कंडपाल द्वारा बताया गया की नाटकों के माध्यम से हम हिंदी भाषा को विशेष स्थान दिला सकतें है.
इस अवसर पर प्रमोद बिष्ट, मुकेश धस्माना, उमेश कंडपाल, पुनीत, रोहित वर्मा, मदन मेहरा, चयन तिवारी, देवेंद्र बिष्ट, दीवान सिंह, नासिर, अनवर रजा, सतीश, धीरज आदि रंग प्रेमी उपस्थित रहे.