कुमाऊं विश्विविद्याल के प्रथम कुलपति प्रो. डी.डी.पंत व वर्गीकरण शास्त्री प्रो.यशपाल पांगती की स्मृति में किया गया पौधरोपण
डी.एस.बी परिसर नैनीताल में कुमाऊं विश्विविद्याल के प्रथम कुलपति प्रो. डी.डी.पंत तथा वर्गीकरण शास्त्री प्रो.यशपाल पांगती की स्मृति में पौधरोपण किया गया । कार्यक्रम का आयोजन शोध एवम प्रसार , कुमाऊ विश्विविद्यालय नैनीताल राष्ट्रीय सेवा योजना,कुमाऊं विश्विद्यालय नैनीताल,कुमाऊं विश्विद्यालय शिक्षक संघ (कूटा)नैनीताल, इग्नू डी एस बी परिसर नैनीताल,के द्वारा किया गया। कायकर्म में प्रो. डी. डी.पंत एवम प्रो.पांगती के कार्यों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। प्रो. एस . एस.सती संकायाध्यक्ष विज्ञान संकाय कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल द्वारा कार्यक्रम में वातावरण के लिए पौधों के महत्व पर प्रकाश डाला ,उन्होंने कहा कि पौधों को रोपित करने के साथ उनके संरक्षण एवम रखरखाव पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है , पौधे मानव जीवन का अभिन्न अंग है , और पौधों और मानव के मध्य उचित समन्वय से बेहतर वातावरण की कल्पना कर सकते है, अगर पौधे संरक्षित है तो हमारा वातावरण भी सुरक्षित होगा और यदि पौधों को संरक्षित नही कर पाए तो वातावरण को भीं संरक्षित नही कर पाएंगे। प्रो.सती ने ये भी कहा की प्रति शोध विद्यार्थी को एक पौधे को गोद लेना चाहिए और ये परंपरा वनस्पति विज्ञान में हमने चला रखी है जिसके परिणाम सकारात्मक है। कार्यक्रम में प्रो.ललित तिवारी , निदेशक शोध एवम कुमाऊ विश्विद्यालय नैनीताल, डॉ.विजय कुमार, समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना कुमाऊं विश्विविद्यालय नैनीताल, डॉ.नवीन पांडे, डॉ.मनोज बाफिला, डॉ.हर्ष चौहान,श्री नंदबल्लभ पालीवाल,श्री जगदीश पपर्ने ,वसुंधरा लोधियाल,ज्योति कांडपाल, गीता ओली,संतोष कुमार,गोपाल बिष्ट,कुंदन बिष्ट, इत्यादि उपस्थित रहे। पौधरोपण के लिए पोधें वन क्षेत्राधिकारी श्रीमती ममता चंद द्वारा उपलब्ध करवाए गए।