खास खबर – नैनीताल की सुंदर वादियों में रहने वाले क्षेत्रवासियों के लिए खुशी की बात
नैनीताल- तालों में ताल नैनीताल की सुंदर वादियों में रहने वाले क्षेत्रवासियों को आज यह सुनकर खुशी होगी की ठीक आज से पांच वर्ष पूर्व आज ही के दिन नैनी झील का जलस्तर शून्य पर पहुंच चुका था लेकिन अभी की बात करें तो 25 जनवरी 2021 को झील का जलस्तर लगभग 4 फीट 8 इंच है। यह संभव होने का कारण सरोवर नगरी नैनीताल में पानी की रोस्टिंग की वजह से है। नैनीझील के संरक्षण व संवर्धन की
अधिकांश जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के पास सितंबर 2017 से पूर्व थी उसके बाद यह जिम्मेदारी सरकार की ओर से सिंचाई विभाग को सौप दी गई। झील का जलस्तर कैसे नियंत्रित जा सके। जिससे कि बारिश व बर्फबारी न होने की दशा में नैनीताल के शहरवासियों को पानी समय-समय पर मिलता रहे इसको देखते हुए वर्ष 2018 में रोस्टिंग का कार्य किया जाने लगा, शुरुआत में तो शहर के लोगों ने रोस्टिंग का सामूहिक रूप से विरोध किया लेकिन तत्पश्चात में विरोध करने में पीछे हटने लगे।
उसी का यही परिणाम है कि वर्तमान में बारिश व बर्फबारी न होने के बाद भी झील का जलस्तर काफी हद तक नियंत्रण में है। तल्लीताल झील नियंत्रण कक्ष से प्राप्त आंकडों पर गौर करें तो 25 जनवरी को वर्ष 2017 में जहां जलस्तर शून्य पहुंच गया था वहीं वर्ष 2018 में 3 फीट 7 इंच, वर्ष 2019 में 6 फीट आधा इंच, वर्ष 2020 में 5 फीट 9 इंच तथा वर्ष 2021 में जलस्तर 4 फीट 8 इंच है। जहां बर्षवार बारिश की बात करें तो वर्ष 2017 में 3418 मिलीमीटर, वर्ष 2018 में 2063 मिमी,2019 में 1520, वर्ष 2020 में 1572 तथा वर्ष 2021 में 25 जनवरी तक 40 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। नैनी झील नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रमेश सिंह गैड़ा ने भी स्वीकार किया कि जब से पानी की समय-समय पर रोस्टिंग की जा रही है उससे काफी हद तक झील का जलस्तर नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि दिसंबर माह के बाद नगर में पर्यटकों की आमद बढऩे की वजह से पानी की आपूर्ति अधिक हो रही है जिसकी वजह से सोमवार को जलस्तर एक इंच घटने के बाद लगभग 4 फीट 8 इंच पहुंच गया।