मंगलवार के दिन लग रहा है वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण, इन बातों का रखना होगा आज के सूर्य ग्रहण में विशेष ध्यान

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हमारे हिंदू धर्म में सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण का विशेष महत्व है इस दौरान कई कार्यों को करने की मनाही होती है। ऐसी मान्यता है कि जब भी ग्रहों की स्थिति बदलती है तो मनुष्य पर इसका प्रभाव अवश्य पड़ता है इसलिए ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां अवश्य बरतनी चाहिए। आज 25 अक्टूबर 2022 मंगलवार के दिन वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण लग रहा है। ऐसे में कई बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण और सूतक काल में सावधानियां बरतनी चाहिए । सूर्य ग्रहण के दौरान दोपहर 2:28 बजे से शाम 5:28 बजे तक गर्भवती महिला को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को एक विशेष कार्य अवश्य करना चाहिए। इससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता। सूर्य ग्रहण का सूतक काल आज प्रातः से ही प्रारंभ हो जाएगा।
सूर्य ग्रहण के दौरान वैसे तो आमतौर पर सभी को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए परंतु गर्भवती महिलाओं को विशेष तौर पर अपना ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि ग्रहण का असर केवल आप पर ही नहीं बल्कि आपके होने वाले बच्चे पर भी पड़ सकता है। इसलिए आपको विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को नुकीली चीजों से परहेज करना चाहिए। अर्थात सिलाई कढ़ाई या चाकू कैंची जैसे नुकीली चीजों के प्रयोग से दूर रहना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान अपनी नाभि के पास हल्का सा गेरू अवश्य लगाना चाहिए मान्यता है कि ऐसा करने से पेट में पल रहे बच्चे पर ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। साथ ही साथ कोशिश करें कि पके हुए भोजन में तुलसी के पत्ते अवश्य डाल दें। इससे खाना दूषित नहीं होता है। वैसे भोजन चाय दूध पानी आदि जो भी ग्रहण कर रहे हैं उसमें तुलसी के पत्ते डालना सिर्फ गर्भवती महिला ही नहीं अपितु प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है क्योंकि आज प्रात से ही सूतक काल प्रारंभ हो जाएगा। अतः प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह चाय दूध भोजन आदि मैं आज के दिन प्रात से ही तुलसी के पत्तों का प्रयोग अवश्य करें। ग्रहण पूर्ण होने के उपरांत शाम को एक बार पुनः स्नान करके शुद्ध होकर अपना कार्य प्रारंभ करें।
एक महत्वपूर्ण बात पाठकों को और बताना चाहूंगा कि ग्रहण के दिन पूजा पाठ भी वर्जित है इस दिन मन ही मन भगवत भक्ति कर सकते हैं। शाम के समय ओम रं राहवे नमः।ओम क्रं केतवे नमः स्वाहा।मंत्र से हवन करें। लेखक पंडित प्रकाश जोशी नैनीताल।

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