एमआईईटी कुमाऊं में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने वर्मीकम्पोस्ट प्रशिक्षण केंद्र में लिया प्रशिक्षण
एमआईईटी कुमाऊं में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने वर्मीकम्पोस्ट प्रशिक्षण केंद्र में लिया प्रशिक्षण
हल्द्वानी। जैविक खेती, कृषि उद्यमिता और आजीविका को बढ़ाने के लिए, उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) की वित्तीय सहायता से एमआईईटी कुमाऊं, लामाचौड़ में वर्मीकम्पोस्ट प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण किया गया। इस दौरान वर्मी कंपोस्ट प्रशिक्षण केंद्र पर फार्म गुरु कंपनी के निदेशक हरेंद्र सिंह ने स्वयं सहायता समूह की 30 महिलाओं को वर्मी कंपोस्ट के लाभ और इसको तैयार करने की विधि के बारे में विस्तार से बताया।
संस्थान के प्रबंध निदेशक डॉ बीएस बिष्ट ने कहा की एमआईईटी कुमाऊं पिछले कई वर्षों से उन्नत भारत अभियान के माध्यम से गांव के किसानों और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को उनकी आजीविका बढ़ाने और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर जागरूक और अन्य सहायता प्रदान कर रहा है। डॉ. बिष्ट ने वर्मीकम्पोस्ट प्रशिक्षण केंद्र के लिए मिले सहयोग के लिए यूसर्क का आभार व्यक्त किया। कार्यकारी निदेशक डॉ तरुण सक्सेना ने कहा की कृषि के क्षेत्र में नवाचारों को गंभीरता से लेने की जरूरत है।
एसीआईसी देवभूमि फाउंडेशन के सीईओ डॉ कमल सिंह रावत ने बताया की वर्मीकम्पोस्ट किसानों और महिलाओ की आजीविका का साधन बन सकता है। इस प्रशिक्षण केन्द्र में वर्मी वॉश यूनिट को भी शामिल किया गया है।
ट्रेनिंग में असिस्टेंट प्रोफेसर आयुषी, कविता,धीरज और सीएलफ़ सरिता जोशी, सोनू आर्या और किरण जोशी आदि उपस्थित रहे। संस्थान के चेयरमैन विष्णु सरन,वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल ने बधाई दी।