हल्द्वानी के ज्वेलर्स को व्हाट्सएप पर एक अन्जान द्वारा लॉरेन्स विश्नोई गैंग के सदस्य एवं सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल बताते हुए मांगी गई थी एक लाख रुपये की फिरोती
03 अप्रैल को श्री अंकुर अग्रवाल सुरेश संस ज्वैलर्स को उनके व्हाट्सएप पर एक अन्जान व्यक्ति द्वारा स्वयं को लॉरेन्स विश्नोई गैंग के सदस्य एवं सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शांमिल होने की बात बताते हुए एक लाख रुपये की फिरोती मांगने एवम फिरोती न देने पर गोली मार देने की धमकी दी गयी।
उक्त के आधार पर थाना हाजा पर एफआईआर नम्बर 252/2024 धारा 308(2),351(2), 351(3) बी0एन0एस,बनाम अकिंत सरसा के मुकदमा पंजीकृत किया गया,जिसकी विवेचना उ0नि0 दीपक बिष्ट चौकी प्रभारी टीपीनगर के सुपुर्द की गयी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद मीणा द्वारा. प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए आम जनता की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल प्रकाश चन्द्र नगर पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी व क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी नितिन लोहनी के पर्यवेक्षण में उमेश कुमार मलिक प्रभारी निरीक्षक हल्द्वानी के नेतृत्व में अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया।
मामले में शीघ्र जिस व्हट्सअप नम्बर से धमकी दी गयी थी उसका डेटा प्राप्त किया गया तो संदिग्ध मो0न0 के तार पंजाव एवं दिल्ली से जुड़े होने पाये गये। जिस पर दिल्ली व पंजाब राज्य में अलग-अलग टीमें भेजी गयी।
जिसमें से पंजाब टीम द्वारा उक्त मोबाइल नम्बर को तस्दीक किया गया तो वह नम्बर पंजाब की किसी महिला का होना पाया गया जिस कारण पुलिस टीम के सामने अभियुक्त की तलाश की चुनौती बढ़ गयी इसके उपरान्त व्हट्सअप कम्पनी से तत्काल विवरण प्राप्त किया गया तो व्हट्सअप नंबर जिस फोन में चल रहा था वो फोन भी पंजाब में चलना पाया गया,जिसका विवरण प्राप्त कर पुलिस टीम द्वारा पंजाब में उक्त नम्बर की तलाश की गयी तो वह नम्बर सोनू कुमार नाम के व्यक्ति का होना पाया गया।
उक्त सोनू कुमार के बारे में पतारसी सुरागरसी की गयी तो उक्त सोनू कुमार नाम का व्यक्ति जो अपने को लारेन्स विश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य होना तथा अपने आप को सिद्धू मूसेवाला का हत्यारा अंकित सिरसा बताता था।
जब पुलिस टीम द्वारा सोनू उपरोक्त के घर पर दबिश दी गयी तो पता चला कि सोनू को पंजाब पुलिस द्वारा 12 जुलाई को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 03 अवैध पिस्टल बरामद कर जेल भेजा जा चुका है।
सोनू उपरोक्त से की गयी पूछताछ पर पता चला कि इस मामले में उसके साथी देवेन्द्र जाटव उर्फ रॉकी निवासी दिल्ली व नागेन्द्र चौहान निवासी हल्द्वानी भी शामिल हैं। देवेन्द्र जाटव का जब सोनू कुमार निवासी मंजाब से सम्पर्क नहीं पा रहा था तो वो अपने प्लान को अंजाम देने के लिए और फिरौती की रकम वसूलने के लिए अपने साथी नागेन्द्र चौहान निवासी हल्द्वानी के पास आ रहा था जिनको 15 जुलाई की रात्रि में पुलिस टीम द्वारा टांडा जंगल के पास गिरफ्तार किया गया है एवं गिरफ्तारी के उपरान्त अभियुक्तगणों से घटना में प्रयुक्त किये गये मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं।
पूछताछ में स्पष्ट हुआ है कि हल्द्वानी निवासी नागेन्द्र चौहान फेसबुक पर लॉरेन्स विश्नोई नाम से बने पेज के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े थे और इनके द्वारा योजना के तहत नागेन्द्र के माध्यम से हल्द्वानी क्षेत्र से बड़े व्यापारी व ज्वैलर्स की रैकी करते हुए उनकी डिटेल प्राप्त की जा रही थी और नागेन्द्र चौहान द्वारा मुकदमा वादी अंकुर अग्रवाल के पटेल चौक स्थित दुकान की रैकी कर उसकी डिटेल व मोबाइल नम्बर अपने साथियों को उपलब्ध कराये गये थे।
चूंकि उक्त प्रकरण लॉरेन्स विश्रोई गैंग से जुड़ा होने के कारण इस बात की सम्भावना को देखते हुए कि हल्द्वानी एवं आस-पास के कोई अन्य लोगों के तार उस गैंग के साथ जुड़े हो सकते हैं जिसके सम्बन्ध में भी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है एवं मुख्य अभियुक्त सोनू कुमार को न्यायालय के माध्यम से तलब किया जा रहा है।