भारत को विकासशील देश बनाना है तो, बेरोजगारी को दूर भगाना है-खुशनुमा परवीन
बेरोजगारी भारत की सबसे बड़ी समस्या है। इसके बढ़ने के कई कारण है। शिक्षा में गुणवत्ता की कमी इसका मुख्य कारण है। यहाँ शिक्षा रोजगार परक नही है। बच्चे डिग्री पर डिग्री बटोरे जा रहे है। मगर रोजगार की संभावना दूर-दूर तक शून्य है, इस बात को ध्यान में रखते हुए खुशनुमा परवीन ने खुद की लिखी कविता के माध्यम से वर्तमान में चल रही बेरोजगारी को इस तरह बयान किया है की-
बेरोजगारी ने सबका किया बुरा हाल – बेरोजगारी ने सबका किया बुरा हाल,। भारत के लोग सभी है परेशान,हाथ में डिग्री नौकरी नहीं क्या यही है हमारा हिन्दुस्तान? बेरोजगारी ने किया सबका बुरा हाल, मासुम जनता को रोजगार नहीं, बेरोजगारी में आया बढ़ावा है, नेता लोग बस भाषण देते करके इन्होंने कुछ नहीं दिखाना है, बेरोजगारी ने किया सबका बुरा हाल देश में रोजगार नहीं, अब जनता कहां जाएं सरकार का कर्तव्य बनता है कि लोगों को रोजगार दिलाएं, बेरोजगारी ने किया सबका बुरा हाल , भारत को विकासशील देश बनाना है तो, बेरोजगारी को दूर भगाना होगा, गरीबी को जड़ से मिटाना होगा,हर एक व्यक्ति को रोजगार दिलाना होगा तब एक विकासशील देश का निर्माण होगा।