महत्वपूर्ण खबर- डेंगू प्रत्येक तीसरे वर्ष हो सकता है अधिक जोखिमभरा व जानलेवा, रखना होगा सभी को विशेष साफ-सफाई का ध्यान

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देहरादून – मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण हेतु अंतर्विभागीय समन्वय बैठक आयोजित की गई।

मुख्य सचिव ने डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए स्टेकहोल्डर विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने पूरे प्रदेश में विशेषकर मैदानी क्षेत्रों और पर्वतीय क्षेत्रों के घाटी क्षेत्रों में विशेष सफाई अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरी विकास विभाग और स्थानीय निकायों आदि के माध्यम से लगातार फॉगिंग कराई जाए। उन्होंने नई फॉगिंग मशीन खरीदने और पुरानी मशीनों को अभी से चेक कर लेने के भी निर्देश दिए, ताकि डेंगू बढ़ने की स्थिति में युद्धस्तर पर कार्यवाही की जा सके।

मुख्य सचिव ने कहा कि पिछले वर्षों के आंकड़ों के अध्ययन से पता चलता है कि डेंगू प्रत्येक तीसरे वर्ष अधिक जोखिमभरा और जानलेवा हुआ है। इसके अनुसार 2019 के बाद इस वर्ष 2022 अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। इस वर्ष डेंगू का प्रभाव अधिक होने के चलते सभी विभागों और आमजन को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।

मुख्य सचिव ने निर्देश दिए की सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को डेंगू संक्रमण के लिए ट्रेनिंग आदि की व्यवस्था कर क्षेत्रों की जिम्मेदारियां बांटी जाएं, जिसमें अधिकारी कर्मचारी स्वच्छता सुनिश्चित करने हेतु लगातार निरीक्षण कर लोगों को जागरूक करें। उन्होंने स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में आयोजित होने वाली प्रार्थना सभाओं में बच्चों को एवं पीटीएम आयोजित कर अभिभावकों को जागरूक किया जाए।

मुख्य सचिव ने होटल एवं स्कूलों के लिए स्पेशल गाइडलाइंस जारी करने हेतु भी स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने स्लम एरिया में डेंगू लार्वा पनपने की अत्यधिक संभावना के चलते ऐसे स्थानों में विशेष सफाई अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को अपने जनपदों में आपदा कंट्रोल रूम को एक्टिव करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डेंगू से बचाव हेतु लगातार जागरूकता अभियान, रैली एफएम आकाशवाणी और दूरदर्शन आदि को प्रेस रिलीज आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाए।

मुख्य सचिव ने शीघ्र से शीघ्र प्रदेश भर में डेंगू स्वच्छता पखवाड़ा मनाए जाने के भी निर्देश दिए। साथ ही सफाई के प्रति लापरवाही बरतने वालों का चालान किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने व्यापारिक संस्थानों, हॉस्पिटल एवं शॉपिंग कॉम्प्लेक्स आदि को शामिल करते हुए स्वच्छता के लिए सेल्फ सर्टिफिकेशन की व्यवस्था शुरू किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि एक चेकलिस्ट तैयार कर इन्हे उपलब्ध कराई जाए जिसमें सफाई के लिए संस्थान स्वच्छता के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी स्वप्रमाणित कर साझा करेंगे।

इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य श्रीमती राधिका झा, श्री अरविन्द सिंह ह्यांकि, श्री एच. सी. सेमवाल एवं विनोद कुमार सुमन सहित सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।


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