प्रेरणादायी कविता- मेहनत करो तब तक,जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए-खुशनुमा परवीन

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मेहनत करो तब तक,जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए, लोगों के ताने को अनसुना करो तब तक, जब तक तुम अपनी जिंदगी में कुछ बन न जाओ,
लक्ष्य एक‌ रखो उसे पाने के लिए अपनी जि-जान लगा दो तब तक, जब तक आपको आपकी मंजिल नहीं मिल जाती,आज‌ का‌ परि‌श्र‌म आने वाले दिनों का सुन्दर भविष्य होगा, करते जा परिश्रम जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए, थक जाओ तो एक बार अपने पापा की तरफ देखो , जिन्होंने अपनी जिंदगी में कभी हार नहीं मानी, तुम खुद से वादा करो कि मुझे कुछ बनना है,तब तक जब तक यह दुनिया तुमको सलाम‌ नही कर‌ देती , तुम खुद से कभी मत हारना, वरना आपको हराने के लिए पुरी दुनिया बैठी है, जिंदगी में जीत उसकी ही होती है, जो खुद पर विश्वास करता है, इसलिए किसी भी परिस्थिति में कहें कि ‌YES I CAN DO IT. जो आप कर सकते हैं यकिन मानिए वह कोई और नहीं कर‌ सकता।

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