प्रो.ललित तिवारी निदेशक,शोध एवम प्रसार निदेशालय , कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल द्वारा जैव विवधता एवम चुनौतियों पर दिया व्याख्यान

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यू जी सी एच आर डी सी,कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल द्वारा आयोजित फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम 06 में प्रो.ललित तिवारी ,निदेशक , शोध एवम प्रसार निदेशालय , कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल द्वारा जैव विवधता एवम चुनौतियों पर दो व्याख्यान दिए गए।प्रो.तिवारी ने अपने व्याख्यान में कहा कि जैव विविधता न केवल भोजन ,कपड़ा और मकान के लिए आवश्यक है बल्कि हमारे शरीर की भोजन एवम ऊर्जा आपूर्ति भी जैव विविधता पर आधारित है।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को ग्रीन बोनस मिलना चाहिए, क्योंकि हमारे वन अभी सुरक्षित है किन्तु सतत विकास के लिए ग्रीन बोनस आवश्यक है। उन्होंने हिमालय राज्यों को विशेष रियायत देने की भी वकालत की । अपने व्यखायन में उन्होंने विश्व ,भारत एवं उत्तराखंड की जैव विविधता पर व्यापक प्रकाश डाला।प्रो.तिवारी ने जलवायु संरक्षण के साथ साथ ठोस अपशिष्ठ निष्पादन मानव जाति के लिए बड़ी चुनौती है, तो प्रदूषण में वृद्धि होना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि विश्व के प्रत्येक व्यक्ति को अपने जन्मदिन पर एक वृक्ष प्रजाति का पौधा जरूर लगाना चाहिए। प्रो.तिवारी ने अधिक ऑक्सीजन देने वाले पौधों, प्रतिरोधक क्षमता बड़ाने वाले पौधों, प्रदूषण नियंत्रण करने वाले पौधों इत्यादि के विषय में विस्तार से जानकारी दी। भारत सरकार के पर्यावरण एवम जैव विविधता संरक्षण हेतु विभिन्न नियम की जानकारी सहित नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की जानकारी सांझा की।

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