कुमाऊँ विश्वविद्यालय द्वारा होने वाली परीक्षाओं को लेकर हुए बड़े बदलाव
कुमाऊँ विश्वविद्यालय की सम-सेमैस्टर (Even semester) एवं वार्षिक पति से आच्छादित विद्यार्थियों हेतु आयोजित होने
वाली परीक्षाओं एवं कोविड-19 की विषम परिस्थितियों के कारण विलम्ब से चल रहे शैक्षिणिक सत्र के नियमन के सम्बन्ध में कुलपति जी की अध्यक्षता में आज 02 सितंबर को विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन में एक अति आवश्यक बैठक आहूत की गयी जिसमें निम्नांकित निर्णय लिये गये विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक अन्तिम सेमेस्टर/स्नातकोत्तर अन्तिम सेमेस्टर/स्नातक अन्तिम वर्ष (Passing Out Batch) की परीक्षायें जो पूर्व में 01 सितम्बर से आयोजित की जानी प्रस्तावित थी तथा इन्हें कतिपय कारणों से स्थगित किया गया था। अब ये परीक्षायें छात्रों के भविष्य के दृष्टिगत व्यापक छात्रहित में 10 सितम्बर से प्रारम्भ की जायेंगी। इस सन्दर्भ में संशोधित परीक्षा कार्यक्रम विश्वविद्यालय की वैबसाईट पर 03 सितंबर को अपलोड किया जायेगा। कुमाऊँ विश्वविद्यालय की वार्षिक पद्धति से आच्छादित स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षायें दिनांक 04 अक्टूबर से प्रारम्भ की जायेंगी।
कोविड-19 की विषम परिस्थितियों के कारण विलम्ब से चल रहे शैक्षणिक सत्र को नियमित करने के दृष्टिगत कुमाऊँ
विश्वविद्यालय के नियमित व व्यवसायिक पाठ्यक्रमों (Regular and Professional Courses) के अन्तरिम सम-सेमेस्टर (Intermediate Even Semester) स्नातक (द्वितीय सेमेस्टर, चतुर्थ सेमेस्टर इत्यादि)/स्नातकोत्तर (द्वितीय सेमेस्टर इत्यादि) के विद्यार्थियों की परीक्षा पृथक से सम्पादित नहीं करायी जायेगी तथा इनके परीक्षाफल विश्वविद्यालय द्वारा
निर्धारित मानकों के आधार पर घोषित किये जायेंगे। विश्वविद्यालय द्वारा संचालित ऐसे पाठ्यक्रम जो किसी नियामक संस्था के नियमों से आच्छादित/संचालित होते हैं, ऐसे
समस्त पाठ्यक्रमों में विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित उपरोक्त मानक लागू नहीं होंगे। ऐसे समस्त पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं
एवं परीक्षाफल के सम्बन्ध में सम्बन्धित नियामक संस्था द्वारा निर्धारित नियम (यदि कोई हो) ही प्रभावी होंगे।कोविड-19 की विषम परिस्थितियों के कारण विलम्ब से चल रहे शैक्षणिक सत्र 2021-22 के अन्तरिम विषम सेमेस्टर (Intermediate Odd Semester) के नियमन के दृष्टिगत विश्वविद्यालय के परिसर व सम्बद्ध महाविद्यालय/संस्थानों में आगामी शैक्षणिक सत्र हेतु 10 सितम्बर से आफलाईन/ऑनलाईन/ब्लेन्डेड मोड के आधार पर नियमित कक्षाएं प्रारम्भ की जायेंगी। इस सन्दर्भ में विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित मानकों के आधार पर विद्यार्थियों का परीक्षाफल घोषित किये जाने की प्रतीक्षा किये बिना ही विद्यार्थियों का आगामी विषम सेमेस्टर का पाठ्यक्रम 10 सितम्बर से प्रारम्भ किया जाना अनिवार्य होगा। समस्त परीक्षाओं अथवा नियमित कक्षाओं के संचालन में भारत सरकार एवं उत्तराखण्ड शासन द्वारा कोविड-19 से बचाव के दृष्टिगत समय-समय पर जारी विभिन्न दिशा-निर्देशों का विधिवत पालन किया जाना अनिवार्य होगा।