कुमाऊं विश्वविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस

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कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह श्रृंखला के अंतर्गत आज 12 अगस्त को शहीद मेजर राजेश सिंह अधिकारी केंद्रीय पुस्तकालय, एवम सूचना विज्ञान विभाग कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल में पद्मश्री डॉ एस आर रंगनाथन की 132 वी जयंती के अवसर पर पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो दीवान एस रावत को पुष्पगुच्छ एवं फोल्कलोर ऑफ उत्तराखंड पुस्तक भेंट के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
डॉ. रंगनाथन के जन्मदिन को पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनका जन्म तमिलनाडु के तंजावुर जिले के शियाली गाँव में 1892 हुआ। पुस्तकालय विज्ञान के क्षेत्र में उनकी मौलिक सोच के लिए उन्हें दुनिया भर में व्यापक रूप से जाना जाता है। भारत में उन्हें “ पुस्तकालय विज्ञान का जनक ” भी कहा जाता है। पुस्तकालय के क्षेत्र में डॉ. रंगनाथन का अतुल्यनीय योगदान है। उनके प्रमुख कार्यों में पुस्तकालय विज्ञान के पाँच नियम, कोलन वर्गीकरण, वर्गीकृत कैटलॉग कोड, और पुस्तकालय प्रबंधन के सिद्धांत इत्यादि हैं। डॉ. रंगनाथन को ही भारत में पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान शिक्षा का अग्रणी माना जाता है। वर्ष 1957 में भारत सरकार द्वारा डॉ. रंगनाथन को पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान क्षेत्र में उनके बहुमूल्य योगदान हेतु पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. यूगल जोशी द्वारा किया गया। इस अवसर पर कार्यकारी डीएसडब्ल्यू प्रो. ललित तिवारी, प्रो. दिव्या जोशी (निदेशक, एमएमटीसी सी डॉ. रितेश शाह प्रो. नीता वोहरा शर्मा (निदेशक, डीएसबी ), प्रो. नीलू लोधियाल, डॉ. उमंग, ने अपने विचार रखे ।
कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन ,रंगनाथन जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया कार्य क्रम में एलडी उपाध्याय ,हितेंद्र प्रसाद, शोध-छात्र (राहुल शाह, मनोज कुमार, दीपा राणा, सोनी, हेम चन्द्र), दीप तिवारी, एम लिव के छात्र- छात्राएँ, तथा पुस्तकालय विभाग, केन्द्रीय पुस्तकालय एवं डी.एस.बी. परिसर पुस्तकालय के सभी कर्मचारी उपस्थित आदि रहे।

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