राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य आन्दोलनकारी शहीद प्रताप सिंह बिष्ट स्मारक में श्रद्धांजलि कार्यक्रम किया गया आयोजित
नैनीताल 09 नवम्बर 2024 को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी राज्य आन्दोलनकारी शहीद प्रताप सिंह बिष्ट स्मारक तल्लीताल में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता ईशा साह द्वारा की गई। जिसमें उत्तराखंड आन्दोलन में शहीद होने वाले शहीदों के नाम कैंडल जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी और आंदोलन के दिनों को याद किया गया। कार्यक्रम में प्रथम वक्ता वरिष्ठ पत्रकार राजीव लोचन साह द्वारा किया गया। प्रताप बिष्ट की आरएएफ द्वारा गोली मारकर की गई हत्या का वाक्या बताया गया। आंदोलन के दिनों को याद करते हुए द्वितीय वक्ता ने राज्य आंदोलनकारी व पूर्व विधायक नारायण सिंह जंतवाल ने कहा कि जिस सपने को लेकर उत्तराखंड राज्य की लड़ाई शुरू की थी आज 24 वर्ष बाद भी हम वो उत्तराखंड नहीं बना पाए जिसको लेकर पृथक राज्य बनाने की परिकल्पना की थी आज भी पहाड़ का पानी, पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम नहीं आ रही है। किसी भी सरकार ने युवाओं को लेकर कोई रोजगारपरक नीति नहीं बनाई। वहीँ राज्य आन्दोलनकारी कंचन चंदोला ने भी राज्य की दुर्दशा पर प्रकाश डाला। वक्ता शाकीर अली द्वारा पलायन में चर्चा की गई। अधिवक्ता कौशल साह जगाती ने भी अपने विचार रखे। उस कार्यक्रम में कई और वक्ताओं ने भी अपने विचार रहे। सभी वक्ताओं ने नैनीताल के प्रति प्रशासन द्वारा हो रही मनमानी पर अपना रोष प्रकट किया। जिसके बाद सभा के द्वारा आन्दोलनकारियों की याद में दो मिनट का मौन रखा गया। वक्ताओं में अधिवक्ता दिग्विजय सिंह बिष्ट, सभा का संचालन अविदित नौलियाल नें किया। लगातार तीन वर्षों से शहीद स्मारक पर राज्य स्थापना दिवस मनाकर शहीदों को याद करने वाले कार्यक्रम के आयोजक अविदित नौलियाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के शहीदों के नाम एक शाम तो होनी ही चाहिए और अब इस प्रथा को आगे बढ़ाना है आगे शहीदों के सम्मान में और भी कार्यक्रम किये जाते रहेंगे। इस अवसर पर डॉ. नारायण सिंह जंतवाल, वरिष्ठ पत्रकार राजीव लोचन साह, कंचन चन्दौला, कौशल साह जगाती, ब्रिजेश कुमार, शाकीर अली, अधिवक्ता प्रत्युल धूसिया, प्रकाश पाण्डे, कैलाश तिवारी, दिनेश उपाध्याय समेत भारी मात्रा में लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का आयोजन कौशल साह जगाती, दिग्विजय सिंह बिष्ट, गौरव पवार, ईश्वर सिंह बिष्ट व अविदित नौलियाल द्वारा किया गया।