73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर खुशनुमा परवीन ने स्वरचित कविता के माध्यम से दिया संदेश
गणतंत्र दिवस २६ जनवरी फिर है आई, अपने साथ खुब सारी योजनाएं लाई,२६ जनवरी गणतंत्र हुआ भारत अपना, जिसका देखा था बरसों से सब ने सपना, बहुत संघर्षों के बाद गणतंत्र हुआ भारत अपना, गणतंत्र भारत में है, सबका नया सपना, अत्याचार को हमने मिटाना है, अब मतदान को हमने आगे बढ़ाना है, संविधान का पालन हमें करना है, संविधान के नियमों में हमें हमेशा चलते रहना है,२६ जनवरी गणतंत्र हुआ भारत अपना, जिसका देखा था बरसों से सब ने सपना, झूठ फरेब के दलाल को हमे हमेशा के लिए खत्म करना है, गणतंत्र भारत का एक अच्छा नागरिक बनना है, संविधान का सम्मान हमें हमेशा करते रहना है, संविधान के नियमों से हमें सबको जागरूक करना है, आओ आज यह संकल्प लें, हम भारतीय नागरिक संविधान के नियमों का हमेशा पालन करते जाएंगे, और गणतंत्र भारत में अपना संपूर्ण योगदान करते जाएंगे।