पेबैक इंडिया का कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में यूवीकैन फाउंडेशन के मिशन 1000 बेड ड्राइव को समर्थन
पेबैक इंडिया का कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में यूवीकैन फाउंडेशन के मिशन 1000 बेड ड्राइव को समर्थन
- पेबैक इंडिया ने कोविड के इलाज के लिए क्रिटिकल केयर बेड और चिकित्सा उपकरणों के साथ देश के अस्पतालों को मजबूत करने के अभियान में युवराज सिंह के फाउंडेशन के साथ हाथ मिलाया है।
- महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं की आपूर्ति के साथ उत्तर भारत के कुछ शहरों में यह अभियान शुरू हो गया है
देहरादून, 15 जून, 2021- पेबैक इंडिया, देश का सबसे बड़ा मल्टी-ब्रांड लॉयल्टी प्रोग्राम, ने श्यूवीकैनश् फाउंडेशन के साथ उनके कोविड-19 से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने के अभियान को मजबूत करने के लिए हाथ मिलाया है। हिमाचल प्रदेश के कस्बों में चिकित्सा उपकरण और आईसीयू बेड के पहले सेट की डिलीवरी के साथ यूवीकैन का रु मिशन 1000 बेड अभियान शुरू हो गया है।
इस महीने की शुरुआत में मिशन 1000 बेड नाम की पहल शुरू की गई है जिसके अंतर्गत कई अस्पतालों को कोविड-19 रोगियों की महत्वपूर्ण देखभाल के लिए आवश्यक उपकरणों के अलावा बीआईपीएपी और वेंटिलेटर सक्षम बेड उपलब्ध कराया जा रहा है ।
’यूवीकैन’ फाउंडेशन के साथ सहयोग के बारे में पेबैक इंडिया के एमडी श्री प्रमोद महंत ने कहा, “हमारी कंपनी समाज में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पहले की तरह हमने युवराज सिंह और यूवीकैन फाउंडेशन के साथ साझेदारी की हैय इस बार कोविड -19 से लड़ने के लिए स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए। हम समाज के लिए अपना सर्वोच्च योगदान देने की हमेशा कोशिश करते रहेंगे।ष्
पेबैक इंडिया द्वारा इस पहल का समर्थन करने पर, युवराज सिंह, क्रिकेटर और संस्थापक, यूवीकैन फाउंडेशन ने कहा ,“मुझे बहुत खुशी है कि पेबैक इंडिया ने हमारी पहल मिशन 1000 बेड का समर्थन करने के लिए हमारे साथ अपनी चल रही साझेदारी को बढ़ाया है, जो कि पूरे भारत में कोविड -19 क्रिटिकल केयर अस्पतालों की सुविधाओं के विस्तार का काम कर रही है। मुझे विश्वास है कि इस सहयोग से हम ऐसे लोगों की सेवा करने में सक्षम होंगे जिन्हें क्रिटिकल केयर की आवश्यकता होती है।
सीएसआर पहल के के तहत, पेबैक इंडिया ने पहले मार्च 2020 में यूवीकैन फाउंडेशन के साथ सहयोग किया था ताकि कैंसर से पीड़ित बच्चों के इलाज में सहायता की जा सके।