राजकीय महाविद्यालय भत्रोजखान द्वारा आयोजित किया गया अर्थशास्त्र विषय में कैरियर संभावनाओं पर कार्यशाला
शिक्षा नगरी भत्रोजखान में करियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ राजकीय महाविद्यालय भत्रोजखान द्वारा आयोजित किया गया अर्थशास्त्र विषय में कैरियर संभावनाओं पर कार्यशाला
माननीय प्राचार्य प्रो सीमा श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में करियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ राजकीय महाविद्यालय भत्रोजखान द्वारा अर्थशास्त्र विषय में कैरियर संभावनाओं पर विचार विमर्श किया गया ।
अभिनंदन अभिभाषण कैरियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ केतकी तारा कुमाइयां द्वारा दिया गया जिसमे वर्तमान परिप्रेक्ष्य में एक सफल करियर के मूल मंत्र बताए गए तथा मुख्य वक्ता डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह का अकादमिक परिचय देते हुए कार्यक्रम प्रारंभ किया गया।
वर्तमान में अपनी सेवाए सहायक प्राध्यापक के रूप में दे रहे डॉ शैलेंद्र, कई समितियों एवं आयोगों में अर्थशास्त्र विशेषज्ञ के स्तर पर अपनी सेवाए दे रहे है तथा उच्च शिक्षा में अपने बहुमूल्य शोधकार्यों के लिए ख्याति पा चुके है ।
अपने वक्तव्य में डॉ शैलेंद्र द्वारा अर्थशास्त्र विषय के विभिन्न आयामों पर चर्चा की गई और बताया गया कि सभी विषयों का आधार अर्थशास्त्र है और इसका अनुकुलतम प्रयोग तब संभव होगा जब इसमें केवल आर्थिक पक्ष पर न बल दिया जाए बल्कि मानव व्यवहार , सामाजिक पूंजी अर्जन तथा व्यावहारिकता को भी शामिल किया जाए।प्रो कींस का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि कैसे अमेरिकी आर्थिक मंदी में एक अर्थशास्त्री की व्यावहारिकता एवं सूझबूझ ने उन विकट परिस्थितियों में देश को उबारा ।
साथ ही उन्होंने शिक्षार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए मजबूत इच्छाशक्ति एवं विश्वास को विकसित करने के लिए भी प्रेरित किया ।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही कार्यक्रम के सफल सम्पादन में। डॉ रूपा , डॉ रवीन्द्र एवं डॉ पूनम के प्रति भी आभार व्यक्त किया गया।
करियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ राजकीय महाविद्यालय भत्रोजखान द्वारा अर्थशास्त्र विषय में कैरियर संभावनाओं पर विचार विमर्श किया गया ।
अभिनंदन अभिभाषण कैरियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ केतकी तारा कुमाइयां द्वारा दिया गया जिसमे वर्तमान परिप्रेक्ष्य में एक सफल करियर के मूल मंत्र के बताए तथा
मुख्य वक्ता डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह का अकादेमिक परिचय देते हुए कार्यक्रम प्रारंभ किया गया।
वर्तमान में अपनी सेवाए सहायक प्राध्यापक के रूप में दे रहे डॉ शैलेंद्र कई समितियों एवं आयोगों में अर्थशास्त्र विशेषज्ञ के स्तर पर अपनी सेवाए दे रहे है तथा उच्च शिक्षा में अपने बहुमूल्य शोधकार्यों के लिए ख्याति पा चुके है ।
अपने वक्तव्य में डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह द्वारा अर्थशास्त्र विषय के विभिन्न आयामों पर चर्चा की गई और बताया गया कि सभी विषयों का आधार अर्थशास्त्र है और इसका अनुकुलतम प्रयोग तब संभव होगा जब इसमें केवल आर्थिक पक्ष पर न बल दिया जाए बल्कि मानव व्यवहार , सामाजिक पूंजी अर्जन तथा व्यावहारिकता को भी शामिल किया जाए।प्रो कींस का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कैसे अमेरिकी आर्थिक मंदी में एक अर्थशास्त्री की व्यावहारिकता एवं सूझबूझ से उन विकट परिस्थितियों से उबरा जा सका । साथ ही उन्होंने शिक्षार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए मजबूत इच्छाशक्ति एवं विश्वास को विकसित कर्ण के लिए प्रेरित किया ।
कार्यक्रम के सफल सम्पादन में। डॉ रूपा , डॉ रवीन्द्र एवं डॉ पूनम की महत्वपूर्ण भूमिका रही तथा विद्यार्थियों ने बड़ चढ़कर सहभाग किया।