सी एम श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा एमबी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय को दी बड़ी सौगात
हल्द्वानी – एमबी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 4जी इण्टरनेट कनैक्टीविटी कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत तथा नेता प्रतिपक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक डाॅ.इन्दिरा हृदेश ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया।
डाॅ.रावत ने कहा कि ऑडिटोरियम के लिए सभी आवश्यक सामान उपलब्ध कराया जायेगा तथा सभी तैयारिया पूरी करवाते हुए फरवरी माह की शुरूआत में मुख्यमंत्री जी द्वारा आॅडोटोरियम का उद्घान किया जायेगा। प्रत्येक काॅलेज में आर्चा दिये है प्रत्येक काॅलेज में। 10 मार्च तक 100 प्रतिशत फैकल्टी हो जायेगी, प्राध्यापकों की कमी नहीं होगी। 100 प्रतिशत प्राचार्य काॅलेजों में देंगे।
प्रत्येक काॅलेज में ई-लाईब्रेरी खोली है। ई-ग्रन्थालय से बच्चा अपने मोबाईल से किताबे पढ़ सकता है। एमबीपीजी काॅलेज में 15 स्मार्ट क्लास दी है। प्रत्येक काॅलेज में मिनिमम 5-5 स्मार्ट क्लासे दे रहें है। शतप्रतिशत टीचर्स, बड़े काॅलेजों में 50-50 शौचालय, छोटे काॅलेजों में मानकानुसार भी शौचालय बना रहे है। दिव्यांगों के लिए रेम्प की व्यवस्था कर रहे है। शतप्रतिशत लेब, फर्नीचर दे रहे है। सभी काॅलेजो में प्रत्येक खेल का सामान सरकार देने जा रही है। राज्य के 15 काॅलेज में जिम की व्यवस्था दे रहे है। इस साल 20 काॅलेजों के हाॅस्टल बनवाने के प्रस्ताव मांगे हैं। काॅलेजों तथा शिक्षा व्यवस्था में कायाकल्प हेतु 14 कम्पोनेंट पर विशेष रूप से कार्य किया जा रहा है। कोई प्राचार्य डीपीसी के बाद नहीं जाता है तो उसको कम्पलसरी रिटायरमेंट दिया जायेगा, जोकि राज्य के हित में है। प्रत्येक टीचर को 5 घण्टे काॅलेज में रहना होगा। बायोमेटिक हाजरी टीचर व प्राचार्य की भी लेगेगी।
उन्होंने कहा कि महिला डिग्री काॅलेज में सीटे रिक्त रह जाती हैं, जबकि एमबीपीजी काॅलेज में अधिक संख्या में विद्यार्थी आते है। उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति के आधार पर महिला डिग्री काॅलेज को को-एजुकेशन के रूप में कन्वर्ट किया जायेगा। उन्होंने कहा कि लालबहादुर शास्त्री, महिला डिग्री काॅलेज, एमबीपीजी काॅलेज के साथ ही और एक नया महाविद्यालय जमीन मिलने पर हल्द्वानी जरूर खोलेंगे या कैम्पस बनायेंगे। बुद्धिजीवियों से चर्चा कर इन तीन काॅलेजों में से एक काॅलेज में आर्ट्स काॅलेज, दूसरे में काॅमर्स काॅलेज तीसरे को साइंस काॅलेज बना देंगे। एक पीजी काॅलेज अलग से बनायेंगे। एमबीपीजी काॅलेज में चित्रकला विषय खुलवाया जायेगा। 10 व्यवसायिक पाठ्यक्रम भी चलवायेंगे तथा 6 काॅर्स उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय से भी चलवायेंगे ताकि बच्चों को तुरन्त रोजगार मिले। मार्च तक शतप्रतिशत काॅलेजों को वाईफाई सुविधा उपलब्ध करा दी जायेगी। उन्होंने कहा कि गैम साईट तथा फिल्म साइट बैन रहेंगी। केवल वही साइटे उपलब्ध करायी जायेंगी जोकि ज्ञानवर्धक एवं शिक्षा हेतु आवश्यक हैं।
ऐंसे विद्यार्थी जो रिसर्च करना चाहता है, उन्हें खर्च की दिक्कत है। शोध कार्य पर सरकार 1 करोड़ खर्च करेगी, आईएएस,पीसीएस, एनडीए की तैयारी हेतु भी सरकार एक करोड़ धनराशि खर्च करेगी।
आर्ट्स, साईन्स, काॅमर्स में विश्वविद्यालय टाॅप करने वाले विद्यार्थयों को एक-एक लाख रूपये, द्वितीय स्थान को 75-75 हजार, तृतीय को 50-50 हजार रूपये इनाम दिया जायेगा।
प्रोफेसर तथा असिस्टेण्ट प्रोफेसरों के लिए भक्त दर्शन पुरस्कार शुरू किया है। जिसमें पाॅच असिस्टेंण्ट प्रोफेसरों एवं प्रोफेसरों को हर साल सम्मानित करते हैं और उन्हें एक-एक लाख रूपये देते हैं।
इस अवसर पर डाॅ.इन्दिरा हृदेश ने कहा टैक्नोलोजी का ज्ञान होना बहुत जरूरी है, सभी विद्यार्थी आधुनिक तकनीकी का फायदा उठायें। उन्होंने कहा कि हमारे बीच और भी नई-नई तकनीकियाॅ आयेंगी। उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा एवं ज्ञानार्जन करने तथा विश्विद्यालय का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित करने के साथ ही एमबीपीजी काॅलेज के पूर्व विद्यार्थियों के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारियाॅ साझा की।