ईकॉम एक्सप्रेस ने स्वतंत्र रूप से काम करने वाले लोगों को सशक्त बनाने के लिए डिलीवरी पार्टनर प्रोग्राम की शुरुआत की
ईकॉम एक्सप्रेस ने स्वतंत्र रूप से काम करने वाले लोगों को सशक्त बनाने के लिए डिलीवरी पार्टनर प्रोग्राम की शुरुआत की
उत्तराखंडके प्रमुख शहरों और जिलों में स्वतंत्र रूप से काम करने वाले 1000 से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य
देहरादून, 21 सितंबर, 2021- भारतीय ई-कॉमर्स उद्योग को टेक्नोलॉजी की सहायता से लॉजिस्टिक्स से जुड़े सभी समाधान उपलब्ध कराने वाली एक प्रमुख कंपनी, ईकॉम एक्सप्रेस ने आज ईकॉम संजीव प्रोग्राम (इएसपी) नामक अपने डिलीवरी पार्टनर प्रोग्राम के शुभारंभ की घोषणा की। इसका उद्देश्य अपने सुविधाजनक समय में अंशकालिक (पार्ट-टाइम) काम करने में सक्षम लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है, ताकि वे ग्राहकों को ई-कॉमर्स पैकेज की डिलीवरी के जरिए अपनी आमदनी को बढ़ा सकें।
स्वतंत्र रूप से काम करने वाले लोगों को सशक्त बनाने के अलावा, इस फ्लैगशिप प्रोग्राम के जरिए कंपनी को तेज गति, विश्वसनीयता एवं प्रभावी लॉजिस्टिक्स समाधान सुनिश्चित करते हुए सामानों की डिलीवरी की क्षमता के बड़े पैमाने पर विस्तार में मदद मिलेगी, तथा ऑनलाइन ऑर्डर किए गए सामानों को ग्राहकों के घर तक और ज्यादा सुरक्षित तरीके से पहुँचाना संभव हो पाएगा। ईकॉम एक्सप्रेस ने आने वाले त्योहारों के मौसम में शिपमेंट पर बढ़ते दबाव को संभालने के लिए, उत्तराखंड के प्रमुख शहरों एवं जिलों में 1000 से अधिक स्वतंत्र कामगारों को अपने डिलीवरी पार्टनर्स के रूप में शामिल करने की योजना बनाई है।
नौसिखिया या अनुभवी दृ कोई भी व्यक्ति गूगल प्ले-स्टोर पर उपलब्ध ईकॉम संजीव ऐप के जरिए इस पार्ट-टाइम नौकरी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है और अतिरिक्त पैसे कमा सकता है। वे अपनी सुविधा के अनुसार टाइम-स्लॉट और काम करने के दिनों का चयन कर सकते हैं। 10वीं कक्षा पास कर चुके पुरुष या महिला डिलीवरी पार्टनर बन सकते हैं, और उनके पास दो, तीन या चार पहिया वाहन के साथ वैध ड्राइविंग लाइसेंस तथा एक स्मार्टफोन होना चाहिए। इस नौकरी हेतु नामांकन के लिए व्यक्ति अपने सभी दस्तावेज ऐप के माध्यम से अपलोड कर सकते हैं, जिनका सत्यापन नजदीकी ईकॉम एक्सप्रेस केंद्र पर किया जाएगा।
लॉन्च की घोषणा करते हुए, श्री सौरभ दीप सिंगला, ईवीपी एवं सीएचआरओ, ईकॉम एक्सप्रेस, ने कहा, “इस महामारी ने लोगों को पारंपरिक तौर पर नौकरी करने के बजाय स्वतंत्र रूप से काम करने के लिए मजबूर कर दिया है, खासकर मौजूदा समय में जब देश अपनी अर्थव्यवस्था में नई जान डालने की कोशिश कर रहा है। हमने देश भर में इस कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिससे न केवल समुदायों को संकट से उबरने में मदद मिलेगी और उन्हें आमदनी का मौका प्राप्त होगा, बल्कि इससे सामानों को बेहद सहज तरीके से अंतिम गंतव्य स्थान तक पहुँचाने में कंपनी की क्षमता का भी विस्तार होगा। उत्तराखंड हमारे लिए एक प्रमुख बाजार है, और राज्य में बढ़ते मामलों की वजह से इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए ई-कॉमर्स को प्राथमिकता दी जा रही है। सड़क पर डिलीवरी करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की वजह से 50 से अधिक लोग अपने घरों में सुरक्षित हैं।”
पिछले साल प्रायोगिक तौर पर शुरू किए गए इस कार्यक्रम ने 15000 से ज्यादा छात्रों, गृहिणियों और व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं, जो अपने खाली समय में ई-कॉमर्स पैकेज को ग्राहकों के घर तक पहुँचाकर अतिरिक्त पैसे कमाना और अपनी आमदनी को बढ़ाना चाहते हैं।
डिलीवरी पार्टनर बनने की इच्छा रखने वाले लोग ईकॉम संजीव ऐप के माध्यम से साइन-अप कर सकते हैं, अपना शेड्यूल चुन सकते हैं और पैकेज को ग्राहकों के घर तक पहुँचा सकते हैं।