नैनीताल बैंक की 102वीं वार्षिक साधारण सभा वीडियो कान्फ्रेंसिंग माध्यम से चेयरमैन एनके चारी की अध्यक्षता में हुई सम्पन्न
नैनीताल बैंक की 102 वीं वार्षिक साधारण सभा आज बैंक के प्रधान कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग माध्यम से सम्पन्न हुई । इस वार्षिक साधारण सभा में निखिल मोहन, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं बैंक के अन्य निदेशक बिनीता साह, मनोज शर्मा, यू सी नाहटा, राकेश नीमा , गोपाल सिंह गुसाईं, एवं नीलम दामोदरन वीडियो कोन्फ्रेंस के माध्यम से सम्मिलित हुए जिसकी अध्यक्षता एन के चारी जी (चेयरमैन) ने की ।
वार्षिक साधारण सभा में उपस्थित अंशधारकों को संबोधित करते हुए बैंक के अध्यक्ष एन के चारी जी नें वित्तीय वर्ष 2023-24 में घटित अंतराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय घटनाओं का उल्लेख करते हुए बैंक के क्रिया कलापों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। उन्होने अपने सम्बोधन में बताया कि बैंक का व्यवसाय 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष के अंत में बढ़कर रु 13086.87 करोड़ पहुँच गया जिसमें कुल जमा राशियाँ रु 8267.75 करोड़ एवं ऋण राशियाँ रु 4819.13 करोड़ शामिल है। कुल जमा राशियों में कम लागत की जमा राशियाँ लगभग 41.75 % रहीं जो कि एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। गत वित्त वर्ष के अंत में बैंक ने रु 47.10 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया जो कि पिछले वर्ष के शुद्ध लाभ रु 46.30 करोड़ के सापेक्ष एक उल्लेखनीय वृद्धि है। यह उल्लेखनीय है कि बैंक नें वित्त वर्ष के दौरान ३ नयी शाखाएँ खोली तथा शाखाओं की कुल संख्या बढ़कर वित्त वर्ष के अंत में 171 हो गयी। श्री चारी जी नें अपने सम्बोधन में बताया कि वर्ष के दौरान बैंक ने उपयोगिता बिल भुगतान करने के लिए एनपीसीआई भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) सेवाओं को एकीकृत किया है और बैंक ने प्रायोजक बैंक के रूप में ऋण खाते में संग्रह दक्षता बढ़ाने के लिए एनएसीएच अधिदेश प्रबंधन प्रणाली भी लागू की है।
वार्षिक आम बैठक के समापन के बाद बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी निखिल मोहन ने पिछले वित्तीय वर्ष में किये गये कार्यों के अलावा बैंक की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बैंक प्रौद्योगिकी सक्षम उपकरणों का उपयोग करके दूरदराज के गांवों में भी परिचालन क्षेत्र के कोने-कोने तक पहुँचने हेतु वित्तीय समावेशन समाधान के कार्यान्वयन की प्रक्रिया में है। बैंक ने अपने इंटरनेट बैंकिंग एप्लिकेशन उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोगिता बिल भुगतान करने के लिए एनपीसीआई की भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) सेवा को एकीकृत किया है। बैंक ने प्रायोजक बैंक के रूप में ऋण खातों में संग्रह दक्षता बढ़ाने के लिए एनएसीएच अधिदेश प्रबंधन प्रणाली लागू की है। बैंक ने ग्राहकों को पंजीकृत ई-मेल के माध्यम से खातों का विवरण भेजने की सुविधा शुरू की है। बैंक ने ग्राहकों की सहजता और सुविधा के लिए डिजिटल सेवा प्लेटफ़ॉर्म स्थापित करने के प्रमुख कार्यक्रम के एक भाग के रूप में चिह्नित की गई बैंक शाखाओं में सेल्फ सर्विस पासबुक प्रिंटिंग कियोस्क को लागू और स्थापित किया है।साथ ही साथ बैंक ने बैंक द्वारा निर्धारित समय के भीतर धन के तेजी से निपटान और वितरण चैनल विवाद के समाधान के लिए ई-चैनल लेनदेन (आईरिकॉन) के ऑटो रिकॉन्सिलिएशन को लागू किया है। इसके अलावा बैंक का इरादा प्रौद्योगिकी के साथ वेल्थ मैनेजमेंट एंड थर्ड पार्टी प्रोडक्ट के अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाने का भी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बैंक अपने सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों की टीम भावना से वित्तीय वर्ष 2024-25 के सभी व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त कर लेगा। इस अवसर पर बैंक के मुख्य परिचालन अधिकारी डॉ. दीपक पंत, मुख्य वित्तीय अधिकारी महेश गोयल, वाईस प्रेजिडेंट राहुल प्रधान, एवं वाईस प्रेजिडेंट अजय सेठ और कंपनी सचिव विवेक शाह तथा बैंक के कई अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।