मा. राज्यपाल एवं कुलाधिपति कुमाऊँ विश्वविद्यालय बेबी रानी मौर्य ने किया डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन सभागार का लोकार्पण एवं डॉ० राजेंद्र प्रसाद विधि संस्थान के मूट कोर्ट का शुभारम्भ

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नैनीताल 26 जून को माननीय राज्यपाल एवं कुलाधिपति कुमाऊँ विश्वविद्यालय श्रीमती बेबी रानी मौर्य द्वारा डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन सभागार के जीणोद्धार के उपरांत लोकार्पण किया एवं साथ ही डॉ० राजेंद्र प्रसाद विधि संस्थान के मूट कोर्ट का शुभारम्भ भी किया। माननीय राज्यपाल महोदय द्वारा इस अवसर पर विवेकानंद भवन स्थित यू०जी०सी०एच०आर०डी०सी० का निरिक्षण किया एवं शैक्षिक तथा अकादमिक उपलब्धियों हेतु विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना भी की गई।

लोकार्पण एवं उद्घाटन समारोह में उपस्थित अधिकारीयों, प्राध्यापकों एवं अथितियों को सम्बोधित करते हुए कहा माननीय राज्यपाल एवं कुलाधिपति महोदया श्रीमती श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने कहा कि मैं सहज ही अनुमान कर सकती हॅूं कि इस वर्ष कोरोना संकट के बीच आपका कर्मक्षेत्र कठिन और चुनौतियों से भरा रहा होगा। आपने अपने नियमित दायित्वों के निर्वहन के साथ इन चुनौतियों का सामना भी पूरी कुशलता के साथ किया है एवं यह विश्वविद्यालय शैक्षिक सेवाओं तथा अकादमिक उपलब्धियों के कारण निरंतर उन्नति कर रहा है। यह हर्ष के साथ-साथ आशा का विषय भी है। उन्होंने कहा कि मुझे ज्ञात हुआ है कि कुमाऊँ विश्वविद्यालय के डॉ० राजेंद्र प्रसाद लॉ इंस्टिट्यूट द्वारा वर्तमान में एलएलएम कोर्स का सफलतापूर्वक सञ्चालन किया किया जा रहा है साथ ही पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड बीए-एलएलबी कोर्स हेतु बीसीआई की टीम द्वारा निरीक्षण किया जा चुका है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि कुलपति प्रो० एन०के० जोशी जी के कुशल मार्गदर्शन से बीए-एलएलबी कोर्स भी शीघ्र ही आरम्भ हो जायेगा।
माननीय राज्यपाल महोदया ने कहा कि मुझे ज्ञात हुआ कि विश्वविद्यालय द्वारा नेशनल इंस्टीटूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में स्थान बनाने हेतु भी सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया जा रहा है साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा प्लेसमेंट एंड कॉउंसलिंग सेल का पुनर्गठन करते हुए छात्रहित में इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेंटर (नवोन्मेष व उद्भवन केंद्र) तथा कॉम्पिटिटिव एग्जामिनेशन सेंटर (प्रतियोगी परीक्षा केंद्र) की भी स्थापना की है। मैं समझती हूँ कि इसका अकादमिक लाभ विद्यार्थियों को अवश्य प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि अकादमिक एवं प्रशासनिक क्रियाकलापों में पारदर्शिता एवं गुणवत्ता लाने हेतु विश्वविद्यालय द्वारा ई०आर०पी० सॉफ्टवेयर सिस्टम को डेवेलप किया गया है। इस संकट काल में नयी पद्धतियों को अपनाते हुए कुशलतापूर्वक अपना कार्य करने के लिए विश्वविद्यालय से जुड़े प्रत्येक जन को बधाई।
माननीय राज्यपाल महोदया ने कहा कि मुझे ज्ञात हुआ है कि कुमाऊँ विश्वविद्यालय द्वारा लोगों के शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए ‘थ्रो आउट कोरोना’ एवं ‘दस दिवसीय योग जागरण’ कार्यक्रम का भी आयोजन किया था जिसमे देश-विदेश के ख्यातिप्राप्त योग विशेषज्ञों, चिकित्सकों, मनोवैज्ञानिकों, विद्वतजनों, विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा मुख्य रूप से संक्रमण से बचाव, खानपान पर ध्यान, नियमित व्यायाम, मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान, सेल्फ लॉकडाउन और टीकाकरण के प्रति जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं का प्रचार-प्रसार किया। इस पुनीत कार्य के संपादन हेतु विश्वविद्यालय से जुड़े प्रत्येक जन को बधाई एवं शुभकामना। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हमारे प्राध्यापक अपने छात्रों के जीवन परिवर्तित करने के लिए उसके कौशल और ज्ञान को सार्थक करने हेतु मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे साथ ही अपने छात्रों को सपने देखने और सपने पूरे करते समय रास्‍ते में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करेंगे। मैं विद्यार्थियों से भी कहना चाहूंगी कि अच्छी शिक्षा के साथ अच्छे आचार-विचार भी होना चाहिए अतः युवाओं को बाल विवाह, दहेज आदि कुप्रथाओं को समाप्त करने के लिये आगे आना चाहिए साथ ही देश किस तरह से आत्म-निर्भर बने, इसके लिये भी शोध किये जाने की जरूरत है।
माननीय राज्यपाल महोदया ने शुभकामना देते हुए कहा कि कुमाऊँ विश्वविद्यालय न केवल देश में बल्कि विश्व में भी अपनी अकादमिक उपलब्धियों के निमित्त पहचाना जाए साथ ही इस विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थी अपनी प्रतिभा से प्रदेश और देश के कीर्तिमान में वृद्धि करें।

कार्यक्रम में माननीय राज्यपाल एवं कुलाधिपति महोदया का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए मा० कुलपति प्रो० एन०के० जोशी ने कहा कि आपके आगमन पर कुमाऊँ विश्वविद्यालय परिवार अत्यन्त आनन्दित है एवं गर्व महसूस कर रहा है। हम हृदय से आपके अत्यन्त आभारी हैं कि आपने अपने व्यस्त व बहुमूल्य कार्यक्रम से हमारे लिए समय निकाला। उन्होंने बताया कि करोना महामारी ने सभी कार्यक्षेत्रों का स्वरूप बदल कर रख दिया है। इस वैश्विक महामारी के बीच भी कुमाऊॅ विश्वविद्यालय अपनी संरक्षिका माननीय कुलाधिपति महोदया के संरक्षण में निरन्तर विकास की ओर अग्रसर रहा है। हमारे सभी शिक्षक शिक्षण एवं प्रशिक्षण कार्य ऑनलाइन माध्यम से कर रहे हैं। इस समय डिजिटाइजेशन एक ऐसा क्रान्तिकारी साधन है जिससे जीवन तथा कार्यक्षेत्र से जुड़े सभी पहलुओं पर काम हो रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा भी बदलते वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा पूर्ण डिजीटाइशेन की दिशा में कदम बढ़ाते हुए सूचना प्रौद्योगिकी अवस्थापनाओं के सृजन और उन्नयन हेतु प्रयास किया जा रहा है।
मा० कुलपति प्रो० जोशी ने कहा कि हम प्रयासरत हैं कि कुमाऊॅ विश्वविद्यालय में शोध एवं शिक्षण का एक सामंजस्य बना रहे। हम कुलाधिपति महोदया को विश्वास दिलाते हैं कि आपके मार्गदर्शन में कुमाऊॅ विश्वविद्यालय समाज व देश की जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरेगा एवं न केवल देश में बल्कि विश्व में भी अपनी अकादमिक उपलब्धियों के लिए पहचाना जायेगा।
मा० कुलपति प्रो० जोशी ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा इस वर्ष से फाइन आर्ट, साइबर सिक्योरिटी, क्रीमोनोलॉजी में परास्नातक पाठ्यक्रम आंरभ किया है साथ ही मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, बायो मेडिकल साइंस में भी परास्नातक पाठ्यक्रम शीघ्र शुरू किया जायेगा। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा बी०टेक० कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रम आरम्भ करने हेतु भी प्रयास शुरू कर दिए है।

कार्यक्रम के समापन पर कुलसचिव कुमाऊँ विश्वविद्यालय श्री दिनेश चंद्रा ने माननीय राज्यपाल महोदया का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कुमाऊँ विश्वविद्यालय के लिए सौभाग्य ओर गर्व का क्षण है कि महिला सशक्तिकरण एवं बालिका शिक्षा के प्रति बेहद संवेदनशील के साथ ही सामाजिक कार्यो के प्रति समर्पित व्यक्तित्व के रूप में आपका दिशानिर्देशन हमें प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि विश्वविद्यालय के सफल संचालन में माननीय राज्यपाल महोदया का आशीर्वाद निरंतर प्राप्त होता रहेगा। ये हमारा विश्वास है कि आपकी उपस्थिति से हमारे प्राध्यापकों, विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को प्रोत्साहन मिलेगा एवं उनके हृदय में संबल देने वाली नई लहर का सञ्चालन होगा। इसी के साथ कुलसचिव श्री दिनेश चंद्रा द्वारा माननीय कुलपति,अधिकारीयों, प्राध्यापकों एवं उपस्थित अतिथिगणों का भी आभार ज्ञापित किया गया।

लोकार्पण एवं उद्घाटन समारोह का सञ्चालन प्रो० दिव्या उपाध्याय द्वारा किया गया। इस अवसर पर निदेशक डी०एस०बी परिसर प्रो० एल०एम० जोशी, निदेशक सर जे०सी०बोस० परिसर प्रो० पी०सी० कविदयाल, वित्त नियंत्रक श्री एल०आर०आर्या, परीक्षा नियंत्रक प्रो० एच०एस० बिष्ट के साथ समस्त संकायाध्यक्ष व विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।

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