राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कालाढुंगी द्वारा मनाया गया नवें गुरु तेगबहादुर जी का 400 वां प्रकाश वर्ष 

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कालाढुंगी द्वारा नवें गुरु तेग बहादुर जी का 400 वां प्रकाश वर्ष  6 मार्च 2022 को रामलीला मैदान, कालाढुंगी में सरदार बलविंदर सिंह की अध्यक्षता में मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में अधिवक्ता श्री प्रदीप लोहनी,  जिला प्रचार प्रमुख हल्द्वानी द्वारा बताया गया कि गुरु तेग बहादुर का सर्वोच्च बलिदान ,पद प्रतिष्ठा से दूर रहना ,योजना के तहत आत्म बलिदान, मीरी पीरी का शुरुआत , समाज में फैली रूढ़ियों और कुरीतियों को समाप्त करना , भारत भ्रमण कर धर्मार्थ धर्मशाला , कुआं  का निर्माण कराना , तथा ना किसी को भय देंगे तथा ना ही किसी का भय स्वीकार करेंगे ,आत्मा अमर है।
अन्य वक्ता डॉक्टर सील निधि त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि गुरु परंपरा समाज में सामाजिक समरसता के लिए संगत और समाज में एक संदेश देती है तथा धर्म की रक्षा के लिए सर्वस्व बलिदान करने के लिए प्रेरणा देती है। गुरुओं के संदेश आज भी समाज के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि नौवें गुरु के लिए बकाला में दर्जन डेरे अपने को नवा गुरु स्थापित करने के लिए जमे हुए थे किंतु तेग बहादुर जी उस परंपरा के उत्तराधिकारी होने के कारण भी गुरु पद के लिए अपना दावा प्रस्तुत नहीं कर रहे थे तथा भोरे में रहकर ध्यान, साधना और भक्ति में लीन थे मकखन साह द्वारा एक घटना में गुरु को खोजते हुए। आध्यात्मिक शक्ति के दर्शन कर नवे गुरु तेगबहादुर जी की घोषणा की।

अध्यक्षीय उद्बबोधन में सरदार बलविंदर सिंह सदस्य पूरनपुर चकलुआ गुरुद्वारा  द्वारा कहा गया कि गुरु तेग बहादुर जी के जीवन की विभिन्न घटनाओं से हमें अपने पारिवारिक जीवन आध्यात्मिक सामाजिक सांस्कृतिक जीवन की प्रेरणा मिलती है

कार्यक्रम में संघचालक श्री घनश्याम बोहरा जी, सरदार महेंद्र पाल सिंह,  सरदार सत्येंद्र सिंह, सरदार जसविंदर कोहली,  सोनू, दीवान सिंह, मोहन नयाल, जगत सिंह,  कमलेश जी सहित 250 पुरुषों व महिलाओं, अन्य गणमान्य नागरिक एवं बच्चों कार्यक्रम में बच्चों नेें भाग लिया कार्यक्रम का संचालन नगर कार्यवाह श्री किशन जी, प्रधानाचार्य शिशु मंदिर स्कूल ने किया। 

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